फैक्ट्री का गेट न खुलने पर हुआ शक
कोतवाली के सिविल लाइन निवासी विनीत कुमार सक्सेना की परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में रस्क बनाने की फैक्टरी है। विनीत के मुताबिक उनकी फैक्टरी में पिथौरागढ़ डुगर टोली बालूकोट निवासी केसर पंत चौकीदार थे। फैक्टरी में मीरगंज के गांव दिबना निवासी ठेकेदार राधेश्याम व गुलाब सिंह भी कार्यरत हैं। 11 जनवरी की सुबह गुलाब सिंह फैक्टरी पहुंचे तो गेट बंद था। गेट नहीं खुला तो मालिक को फोन किया। सीढ़ी के सहारे अंदर घुसे तो केसर पंत का शव पड़ा था। इसके बाद पुलिस की सूचना दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी।
सीसीटीवी ने के खोला राज, फैक्ट्री मालिक ने दर्ज कराया मुकदमा
पोस्टमार्टम में हत्या के संकेत मिले पर विसरा सुरक्षित रख लिया गया। फैक्टरी के ऑफिस में अलमारी का ताला खुला हुआ था। मालिक ने बताया कि साठ हजार की रेजगारी गायब है। पुलिस ने पड़ोस की फैक्टरी के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो कंबल ओढ़े युवक रात 11.40 बजे फैक्टरी की सीढ़ियां उतरता दिखाई दिया। जांच में युवक ठेकेदार राधेश्याम का बेटा आशू निकला। थाना प्रभारी सुरेश चंद्र गौतम ने फैक्टरी मालिक की ओर से मामला दर्ज कर आशू को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी ने चोरी की रकम से खरीदी थी बाइक
थाना प्रभारी सुरेश चंद्र गौतम ने आशु से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह इंटर पास है। उसके 95 फीसदी तक नंबर रहे हैं। पिता ने दो शादी की हैं। वह पहली पत्नी का बेटा है। अपने ठेकेदार पिता के पास वह इस फैक्टरी में आता-जाता था। कुछ दिन यहां काम भी किया। आशू ने बताया उसकी प्रेमिका का रिश्ता उसके घरवालों ने तय कर दिया है। जबकि प्रेमिका उसके साथ घर से भागने को तैयार थी। उसके पास रुपये नहीं थे। उसने प्रेमिका को ले जाने के लिए बाइक व शादी का खर्च का जुगाड़ करने के लिए चोरी की योजना बनाई। वह फैक्टरी में घुसा तो चौकीदार जाग गया। वह छुपने के लिए में चला गया तो चौकीदार भी लघुशंका के लिए वहां आ गया। चौकीदार ने उसे पहचान लिया और उसके पिता व मालिक से शिकायत की बात कही। तब उसने चौकीदार की मफलर से गला कसकर हत्या कर दी, फिर चोरी करके भाग गया। बताया कि इन्हीं रुपयों से उसने रिठौरा से 32 हजार में एक बाइक खरीदी जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।