बार-बार परीक्षा निरस्त होने से गुस्साए छात्र नेता
छात्र नेताओं ने बार-बार परीक्षा निरस्त कराने पर विरोध जताया। उन्होंने कहा कि गणित के पेपर में संगीत के सवाल आने पर भी किसी के ऊपर कोई जिम्मेदारी तय नहीं की जाती है और न ही कार्रवाई होती है। छात्र नेताओं ने बताया कि परीक्षा नियंत्रक की ओर से लेटर जारी किया गया था। जिसमें कहा गया था कि पहले मिड टर्म परीक्षा 20 तारीख तक होनी है। उसके बाद मुख्य परीक्षा होनी है, लेकिन अब सभी परीक्षाएं एक साथ कराने की बात कही जा रही है।
छात्रों के साथ अन्याय कर रहा विश्वविद्यालय प्रशासन
विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के साथ अन्याय कर रहा है। अव्यवस्थाएं हावी हैं। जिस दिन परीक्षा होती है, उस दिन छात्रों को पता चलता है कि परीक्षा निरस्त हो गई। गणित की परीक्षा में संगीत सवाल पूछे जाते हैं। कहा कि नशे में प्रश्नपत्र तैयार किए जाते हैं।