धरना और प्रदर्शन, गाड़ियां ठप
उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने निगम के चारों गैराज पर धरना शुरू किया। सुबह से ही कर्मचारी कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को ठप रखकर विरोध करते रहे।
दोपहर में उन्होंने अपर नगरायुक्त कार्यालय पर धरना देकर नारेबाजी की। इसके बाद सभागार के रास्ते पर जाकर धरने पर बैठ गए। बोर्ड बैठक में जा रहे अधिकारियों का विरोध करते हुए कर्मचारियों ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
कर्मचारियों की मांग और आरोप
यूनियन से जुड़े नेताओं, मिशन पाल सिंह, राजेश कुमार, सुरेश शिंदे, और राजेंद्र कुमार समदर्शी का कहना है कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। आरोप है कि डीजल खर्च को लेकर कर्मचारियों पर रिकवरी के पत्र जारी किए गए हैं। इससे कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ गई है। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर नगरायुक्त से भी शिकायत की थी।
कूड़ा उठाने का कार्य ठप
धरने के कारण पूरे शहर में सफाई व्यवस्था बाधित हो गई। हर रोज बाकरगंज पहुंचने वाला 450 मीट्रिक टन कूड़ा डलावघरों में ही जमा रहा। इससे शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में गंदगी की समस्या उत्पन्न हो गई।
मेयर को सौंपा ज्ञापन
कर्मचारियों ने धरने के दौरान मेयर को ज्ञापन सौंपते हुए नगर स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।