पिछले दिनों काफी समय से नगर निगम का निर्माण विभाग सुर्खियों में रहा। मीटिंगों के कार्यवृत्त और विकास कार्यों के मुद्दे की अनदेखी किए जाने का मामला भी चर्चाओं में रहा। मुख्य अभियंता पुनीत कुमार ओझा को नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने एक बार नहीं कई बार उच्चधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना करने मामले में नोटिस दिए।
1 जून को मुख्य अभियंता को नोटिस दिया तो वो 2 जून को उन्होंने सर्वाइकल अटैक बताकर दस दिन की छुट्टी पर चल गए थे। नगरायुक्त की ओर से मुख्य अभियंता को लगातार नोटिस जारी किए। इस तरह का टकराव लगातार हुआ। कुछ दिन पहले ही मुख्य अभियंता पुनीत कुमार ओझा ने निर्माण विभाग में आकर कार्य देखे और अपने अधीनस्तों के साथ मीटिंगें की थीं।
नगर निगम के निर्माण विभाग में जो टकराव चल रहा था, फिलहाल उस पर कुछ दिनों के लिए विराम लग गया है। शासन ने कानपुर नगर निगम के मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी को बरेली भेजा है। मनीष अवस्थी को नवीन तैनाती के स्थान पर कार्यभार ग्रहण करने के लिए कार्यमुक्त के आदेश दिए हैं। शासन ने यह भी कहा कि आदेशों की अवहेलना अनुशासनहीनता मानी जाएगी।
शासन ने नगर निगम के लेखा विभाग में भी बंपर तबादले किए हैं। बरेली नगर निगम के सहायक लेखाधिकारी हृदय प्रकाश नारायण का झांसी नगर निगम में ट्रांसफर किया है। उनके स्थान पर झांसी के राज किशोर को इसी पद पर भेजा है।
नये मुख्य अभियंता के सामने अधूरे विकास कार्य और ठेकेदारों के वो भुगतान जिनके कार्य पूरे हो चुके हैं। जनता से जुड़ी समस्या एक चुनौती होंगी। नये मुख्य अभियंता विभाग को किस तरह से चलाते हैं और लापरवाही इंजीनियरों पर उनका रवैया कैसा होगा यह उनके कार्यशैली पर निर्भर होगा।