हत्या के बाद कैंट क्षेत्र में फेंक दिया था लेखपाल का शव
फरीदपुर तहसील परिसर से लेखपाल मनीष चंद्र कश्यप के ड्यूटी के दौरान लापता होने की बात सामने आई थी। लेखपाल की मां मोरकली ने पहले बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। 2 दिसंबर 2024 को मामला अपहरण में बदल गया। उसके बाद पुलिस ने 15 दिसंबर 2024 को मुख्य आरोपी ओमवीर उर्फ अवधेश की निशानदेही पर मनीष का कंकाल और अन्य सामान बरामद किया था। जांच में पता चला सूरज और उसके साथ नन्हे और नेत्रपाल ने मिलकर मनीष का अपहरण किया और गला घोंटकर हत्या कर दी थी। शव को थाना सुभाषनगर क्षेत्र में झाड़ियों में फेंक दिया था।
फरार अन्य आरोपियों की तलाश में तेजी
इस मामले में पुलिस मुख्य आरोपी ओमवीर उर्फ अवधेश समेत दो को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस ने फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये इनाम की घोषणा कर रखी है। इस मामले में पुलिस ने सोमवार रात मुठभेड़ के दौरान सूरज को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पुलिस ने एक देसी तमंचा 315 बोर दो जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस बरामद किया है। आरोपी ने पुलिस टीम को देखते ही उन पर फायरिंग कर दी थी।