मालूम हो कि कमलेश हत्याकांड को लेकर एक गुमनाम चिट्ठी भी एसएसपी दफ्तर पहुंची है, जिसमें किला के मूलकपुर निवासी एक शख्स को हत्यारों का मददगार बताया गया है। चिट्ठी में उस शख्स पर आरोपियों का इलाज बरेली में करवाने, उन्हें बरेली से बाहर भेजने से लेकर रातोंरात उसके अमीर होने की बात कही गई है। पत्र मिलने की सूचना पर एसटीएफ व तमाम खुफिया एजेंसियां आरोपी की पहचान करने में जुट गई हैं।
वहीं एटीएस व एसटीएफ को भी हत्यारोपियों की लोकेशन बरेली में मिली थी। पुलिस की टीमों ने जंक्शन के आसपास कई अन्य होटल खंगाल डाले। कई सीसीटीवी फुटेज देखे मगर दोनों के बारे में कुछ भी पता नहीं चला। ऐसे में पुलिस को भी शक है कि दोनों किसी होटल या लॉज में नहीं गए बल्कि किसी मददगार की शरण में पहुंचे हैं। इसके अलावा भी पुलिस को ऐसे कई इनपुट मिले हैं जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि कमलेश हत्याकांड का बरेली कनेक्शन है।
जैसा कि माना जा रहा है कि कमलेश तिवारी की हत्या चार साल पहले उनके द्वारा दिए गए एक बयान को लेकर हुई है। उस समय उनके बयान पर बरेली के उलमा ने भी रोष जताया था। बरेली कनेक्शन ढूंढने के लिए खुफिया विभाग बरेली से जारी हुए चर्चित फतवों की सूची बना रही है। इसके अलावा कमलेश तिवारी की हत्या के बाद एक युवक ने भी ट्वीट कर खुशी जतायी थी। पुलिस उसे युवक के बारे में भी पता लगा रही है।