जुलाई में दो समुदायों के बीच हुआ था टकराव
19 जुलाई को बरेली के शाही थाना क्षेत्र के गौसगंज गांव में लेजर लाइट की रोशनी पड़ने पर दो समुदायों के बीच टकराव हो गया। इस टकराव में पूर्व प्रधान हीरालाल के बेटे को लाठी-डंडों से पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया था। घटना के बाद पीड़ित पक्ष की शिकायत पर मुख्य आरोपी पीआरडी जवान बख्तावर सहित लगभग 50 लोगों को नामजद और 25 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने अगले ही दिन बख्तावर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के बाद कई अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
बरेली में लंबे समय बाद हुई रासुका की कार्रवाई
बरेली डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी अनुराग आर्य ने बख्तावर को इस हिंसक घटना का मुख्य सूत्रधार मानते हुए रासुका के तहत कार्रवाई की सिफारिश की थी। शासन ने बख्तावर पर रासुका लगाने की मंजूरी दे दी, जिसके बाद पुलिस ने जेल में बंद बख्तावर को रासुका का नोटिस तामील करा दिया है। रासुका लगने के बाद पीआरडी जवान बख्तावर का हाल फिलहाल जेल से निकलना मुश्किल हो गया है।