शनिवार दोपहर को बरेली विकास प्राधिकरण की टीम और सीओ तृतीय अनीता चौहान, इंस्पेक्टर बारादरी अमित पांडेय, इंस्पेक्टर इज्जतनगर राधेश्याम, बिथरी इंस्पेक्टर संजय तोमर पूर्व भाजपा विधायक पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा के भाई रमेश मिश्रा के लक्ष्य रिजार्ट को सील करने पहुंचे। उनके साथ कई थानों की पुलिस, एक कंपनी पीएसी पहुंची। बवाल की आशंका को लेकर रिजार्ट और उसके आस पास के क्षेत्र केा पुलिस छावनी बना दिया। बीडीए वीसी ने बताया कि लक्ष्य रिजार्ट बीडीए के मानकों के विपरीता है। उसका नक्शा पास नहीं है। उसके ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी हो चुका है। अवैध रिजार्ट को सील किया गया है। उस पर आगे नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। बरेली के पूर्व वीसी बीडीए जोगिंदर सिंह ने भी डेढ़ साल पहले रिजार्ट को अवैध बताकर सील करने की कोशिश की थी। रिजार्ट पर नोटिस चस्पा किया था। लेकिन उस वक्त वह रिजार्ट को सील नहीं कर पाये।
22 जून को सरेआम हुई फायरिंग मामले में पूर्व भाजपा विधायक पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा के खिलाफ नामजद मुकदमा किया गया था। इस मामले में पुलिस अब तक राजीव राना के सिटी स्टार होटल को ध्वस्त करवा चुकी है। इसके अलावा दूसरे सिटी स्टार होटल, राजीव राना के करीबी चांद मियां के सीके वैली होटल को सील किया गया था। शुक्रवार को बीडीए और पुलिस टीम ने फायरिंग कांड के दूसरे आरोपी आदित्य उपाध्याय के डोहरा रोड स्थित सांवरिया लान को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद सील प्रापर्टी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जायेगी।
गोलीकांड और बवाल के मामले में प्रापर्टी को अटैच करने और नीलाम करने के लिये पुलिस गैंगेस्टर एक्ट का सहारा लेती। इसमें समय लगता। इस वजह से पुलिस ने बीडीए का सहारा लिया। गोलीकांड में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल सभी आरोपियों की अवैध प्रापर्टी को चिन्हित कर उसे सील किया जा रहा है। प्रापर्टी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। जबकि बरेली में मेन मार्केट से लेकर अंदर तक होटल, रिजार्ट, बारातघर, मल्टी स्टोरी बिल्डिंग, सैकड़ों कांपलेक्स ऐसे हैं। वह बीडीए के मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं। सौ से ज्यादा भवनों के खिलाफ ध्वस्तीकरण का नोटिस बीडीए जारी कर चुका है, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।