राजस्व वसूली में पिछड़ने पर हुई थी कार्रवाई
बिजली निगम की ओर से राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं। इससे पहले भी वसूली में पिछड़ने के कारण द्वितीय खंड के मुख्य अभियंता को हटाया जा चुका है। बड़े बकायेदारों पर नजर
31 जनवरी तक बड़े बकायेदारों से वसूली का लक्ष्य।
मुख्य अभियंता ने मंडलभर के अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश।
अब भी अरबों रुपये का बिल बकाया
बिजली निगम की ओर से “एक मुश्त समाधान योजना” (ओटीएस) चलाई गई थी, जो 16 जनवरी को समाप्त हो चुकी है। बावजूद इसके जिले में 3,64,291 उपभोक्ताओं पर अरबों रुपये का बिल बकाया है। बरेली जिले में आठ विद्युत वितरण खंड हैं, जिनमें से चार शहरी और चार ग्रामीण क्षेत्र में आते हैं।
ओटीएस योजना के तहत 5,28,830 उपभोक्ताओं को बकाया भुगतान का अवसर दिया गया था, जिनसे 817 करोड़ रुपये वसूल किए जाने थे। लेकिन योजना समाप्त होने तक सिर्फ 1,66,539 उपभोक्ताओं ने 146.32 करोड़ रुपये जमा किए। अब भी पांच अरब रुपये से अधिक का बिजली बिल बकाया है।
31 जनवरी के बाद छोटे बकायेदारों पर कार्रवाई
मुख्य अभियंता राघवेंद्र सिंह ने गुरुवार शाम अधिकारियों के साथ बैठक की और बकाया वसूली को लेकर सुनियोजित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले एक लाख रुपये से अधिक बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए जाएं। इसके बाद 31 जनवरी के बाद एक लाख रुपये से कम बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं की सूची तैयार कर चरणबद्ध तरीके से वसूली की जाए।