दो लाख मांगी फिरौती, 40 हजार वसूले
21 अक्टूबर को संजीव कॉलेज के लिए निकला लेकिन घर वापस नहीं लौटा। उसके गायब होने पर परिवार चिंतित हो गया और पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। अगले दिन, संजीव के बड़े भाई अखिल त्यागी को फोन आया कि संजीव का अपहरण हो गया है और उसे छुड़ाने के लिए 2 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। पहली किस्त के रूप में 40 हजार रुपये मांगे गए, जिसे अखिल ने बताए गए स्थान पर जाकर दे दिया। रुपये लेने के लिए गुरशान सिंह और मंगेश यादव उर्फ छोटू, जो संजीव के साथी थे, मौके पर पहुंचे और पैसे लेकर चले गए। दूसरी किस्त के लिए अगले दिन बुलाया गया।
पुलिस ने छात्र और उसके साथी को किया गिरफ्तार
पुलिस ने बुधवार सुबह बहगुल नदी के पुराने पुल के पास से संजीव और उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में संजीव ने खुलासा किया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करना चाहता था, लेकिन नौकरी नहीं मिलने पर उसने व्यापार करने की योजना बनाई। पैसे की कमी के कारण उसने यह साजिश रची ताकि वह व्यापार कर सके और अपनी गर्लफ्रेंड के परिवार के सामने खुद को एक योग्य व्यक्ति साबित कर सके। इस साजिश के खुलासे ने संजीव के परिवार को चौंका दिया, और पुलिस ने संजीव और उसके दोनों साथियों को हिरासत में ले लिया।