घटना मंगलवार रात की है, जब जगतपुर पनवड़िया निवासी बाबूराम पर एजाज नगर गौटिया में कुछ लोगों ने हमला किया। हमलावरों ने उसे बुरी तरह से पीटकर घायल कर दिया। इस मामले में बाबूराम के रिश्तेदार विशाल की ओर से बारादरी थाने में मुनीर, शाहनवाज समेत 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
पिछले कुछ दिनों से पुराने शहर के कई इलाकों में तनाव बना हुआ है, जिससे पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। बुधवार को भी इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा और दिनभर तनावपूर्ण शांति बनी रही। जगतपुर और एजाज नगर में बाजार खुले थे, लेकिन माहौल में तल्खी साफ नजर आई। पुलिस की टुकड़ियां बाजार और संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहीं।
कलावा देखकर किया था हमला पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया है कि जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान जोगीनवादा की मौर्य गली में विवाद हुआ था। इसके बाद बरेली के कई सोशल मीडिया ग्रुपों पर जुलूस रोकने वालों के खिलाफ बहिष्कार अभियान शुरू हो गया, जिसमें लोगों से अपील की गई कि जुलूस रोकने वालों से कोई सामान न खरीदा जाए। इसी दौरान मंगलवार शाम को कुछ ठेले वालों के साथ मारपीट हुई, और पास से गुजर रहे बाबूराम के हाथ में बंधा कलावा देखकर उन पर भी हमला कर दिया गया।
घायल से मिले कैंट विधायक मंगलवार को हुए इस विवाद में घायल बाबूराम से मिलने के लिए बुधवार को कैंट विधायक संजीव अग्रवाल जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल बाबूराम का हालचाल जाना और जिला अस्पताल के सीएमओ को निर्देश दिया कि पीड़ित का एक्स-रे कराकर उसका समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने की हिदायत दी। इस दौरान उनके साथ भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष पुष्पेंद्र शर्मा, डॉ. विमल भारद्वाज, पार्षद पति चंद्रपाल राठौर, राजेश पटेल और महानगर मंत्री अमरीश समेत अन्य लोग भी मौजूद रहे।
50 उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर बरेली। जगतपुर में हुए बवाल मामले में 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एक और रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। थाना क्षेत्र के जगतपुर निकट काली माता मंदिर के पास के रहने वाले मुकेश राठौर ने बताया कि मंगलवार को जगतपूर चौराहे पर वरुले का ठेला लगाया था। देर शाम करीब 40 से 50 लोगों ने आकर अचानक हमला कर नारे वाजी करने लगे। इस दौरान गाली-गलौज कर मारपीट शुरु कर दी। विरोध करने पर ठेले का सारा सामान फेंक दिया। आरोप है कि इस दौरान हमलावर कह रहे थे कि हमारे समुदाय का बारावफात का जुलूस निकालने दिया होता तो यह सब नहीं होता। लोगों की भीड़ आता देख सभी आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।