इज्जतनगर पुलिस ने रिटायर्ड दरोगा सफदर अली निवासी मुंशी नगर की ओर से अखलीक अहमद उर्फ पप्पू, बिलाल हुसैन, पप्पू का भाई और 40 45 अज्ञात के खिलाफ बलवा, हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। इसमें रिटायर दरोगा ने बताया कि वह अपनी 15 बोर की राइफल लेकर एक रिश्तेदारी में गया था। बिलाल हुसैन से सब्जी मंडी डेला पीर में खलीक कामद उर्फ पप्पू से पार्टनरशिप में दुकान 58 लाख रुपये में ली थी। सफदर अली के बेटे नजीर हुसैन और फराज हुसैन से दुकान पर गाली गलौज की। पप्पू और उनके लड़कों ने घेर लिया। एक लड़के ने फोन कर अपने पिता सफदर अली को बताया कि यह लोग मारपीट कर रहे हैं। वह घर पहुंचने ही वाले थे कि सीधे मंडी चले गए। देखते ही खलीक अहमद, बिलाल हुसैन और पप्पू का भाई 40 45 लोगों ने राइफल लूटने की कोशिश की। हत्या का प्रयास किया। इस दौरान उनका मोबाइल कहीं गिर गया।
रिटायर दरोगा सफदर अली ने बताया कि उन्होंने 58 लाख रुपये में खलीक अहमद पप्पू से दुकान ली थी। पप्पू को 16 लख रुपये कैश, पांच पांच लाख के दो चेक दिए थे। उनके बार-बार कहने पर पैसे के लेनदेन के संबंध कोई कागज नहीं दिए। परेशान होकर उन्होंने 10 लख रुपये के चेक भुगतान से रुकवा दिए। 20 लाख रुपए बिलाल हुसैन को दिए। पप्पू, बिलाल हुसैन आए दिन धमकी देते हैं। दुकान की तरफ गए तो जान से मार देंगे। इसको लेकर उनके बीच विवाद हुआ।
इज्जतनगर थाने में रिटायर्ड दरोगा से सांठ गांठ कर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। उन्हें जेल भेजना का खौफ दिखाकर उनसे थाने में ही रुपये मंगवाकर समझौता कराया। इसके बाद शनिवार सुबह को उनका शांति भंग में चालान कर दिया। थाने से ही उन्हें रिहा कर दिया। रिटायर्ड दरोगा सभी पर राइफल ताने हुए और धमकी देते हुए नजर आ रहा है। इसके बावजूद पुलिस ने गंभीर मामले में लीपा पोती कर हमलावरों को थाने से ही छोड़ दिया। पीड़ितों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया।