पुलिस पेंशनरों की समस्याओं उनके अनुभवों को वर्तमान पुलिस तंत्र में उपयोग करने के प्रमुख बिंदु
- त्रैमासिक बैठक की व्यवस्था: पुलिस पेंशनरों के साथ नियमित त्रैमासिक बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
- मेडिकल और वित्तीय मामलों का समाधान: लंबित चिकित्सा प्रतिपूर्ति और अन्य वित्तीय मुद्दों को प्राथमिकता पर हल करने पर जोर दिया गया।
- साक्ष्य दर्ज करने के नए तरीके: पेंशनरों के साक्ष्य को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दर्ज करने की संभावना ।
- अपराध नियंत्रण और प्रशिक्षण: सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों के अनुभवों को अपराध नियंत्रण और पुलिस प्रशिक्षण में शामिल करें।
- पेंशनरों के परिवार: बुजुर्गों की तरह मान सम्मान देने और संवाद बढ़ाने की पहल
एडीजी ने अनुभवों को बताया अमूल्य, सम्मान और आभार व्यक्त किया गया
एडीजी रमित शर्मा ने रिटायर्ड अधिकारियों के अनुभव और उनके योगदान को सराहते हुए कहा कि यह अनुभव पुलिस बल के लिए अमूल्य है। उन्होंने पेंशनरों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। बैठक के अंत में एडीजी ने सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न भेंट किए और उनके योगदान के प्रति आभार व्यक्त किया। बैठक में सभी अधिकारियों ने उच्च स्तरीय संवाद और सहयोग की भावना से हिस्सा लिया, जिससे यह आयोजन बेहद सफल रहा। इस बैठक ने रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों और सक्रिय पुलिस बल के बीच संवाद और सहयोग का एक नया अध्याय जोड़ा। इससे न केवल पेंशनरों की समस्याओं का समाधान तेज होगा, बल्कि उनके अनुभवों से वर्तमान पुलिस व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।