सूत्रों के अनुसार बंद बाजार में नई सोयाबीन न्यूनतम 3 हजार 800 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल से लेकर 4 हजार 550 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल तक के भाव से नीलाम की गई थी। इसमें 10 प्रतिशत से लेकर 22 प्रतिशत तक नमी की मात्रा है। जिले में इस वर्ष सोयाबीन का करीब 25 हजार हेक्टेयर रकबा घटा है। इस वर्ष 2 लाख 15 हजार हेक्टर में ही सोयाबीन की बुवाई की गई थी। जबकि गत वर्ष करीब 2 लाख 40 हजार हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। इस बार अत्यधिक वर्षा के चलते उत्पादन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। जिले में एवरेज ढाई ङ्क्षक्वटल प्रति बीघा सोयाबीन का उत्पादन हो रहा है। हालांकि कई खेतों में 4 ङ्क्षक्वटल प्रति बीघा सोयाबीन का भी उत्पादन निकल रहा है। वहीं मंडी में मक्का की आवक भी अच्छी होने लगी है। कृषि उपज मंडी में इस समय आ रही सोयाबीन में नमी के चलते नीलामी स्थल पर ही किसानों ने ढेरी लगाने के स्थान पर फैला दी है जिससे नमी की मात्रा कम हो सकेगी। माल में अधिक नमी होने पर भाव में फर्क आता है।