युवक ने रामचरित्र मांस की चोपाई के साथ सुसाइड नोट में लिखा, “मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था, मैंने रीट की परीक्षा देकर अपना भाग्य अपनाया आजमाया, पर इसमें सफल नहीं हुआ। इसके बाद भी मैंने सोचा था कि सरकारी नौकरी के लिए प्रयास करता रहूंगा। इस बीच कमल राठौड़ और उसके साथ ने मुझसे व्यक्तिगत और राजनैतिक द्वेषता पूर्वक मुझ पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाकर पुलिस द्वारा परेशान करवाया है।
परिजन ने रिपोर्ट दर्ज होने तक शव लेने से मना कर दिया है। मृतक के ममेरे भाई चैरब सक्सेना ने बताया कि शुभम मंगलवार को ही श्योपुर से बारां पहुंचा था। उससे बात भी हुई थी। तब उसकी मां स्कूल में पढ़ाने गई थी। जानकारी मिलने पर घर पहुंचकर उसे चिकित्सालय ले गए। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन ने बताया कि उसे आठ माह से परेशान किया जा रहा था। उनका कहना है कि जब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हो जाती, शव नहीं लिया जाएगा। घटना की सूचना जिला चिकित्सालय से मिलने के बाद शहर कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंची। इस दौरान अस्पताल में बड़ी संख्या में भीड़ जमा थी।
यह है मामला
परिजन के मुताबिक, सुसाइड नोट में लिखा है कि गत 3 अप्रेल को कमल राठोर और तेजस सुमन ने शुभम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। तभी से वह परेशान था। उसने पूर्व सभापति कमल राठौर और तेजस सुमन के इशारे पर पुलिस के प्रताड़ित करने की बात लिखी है। मृतक पर तीन मुकदमे दर्ज हैं। उसे किसी प्रकार से प्रताड़ित नहीं किया गया। उसने आत्महत्या किस कारण से की, यह जांच का विषय है। प्रकरण में जांच की जा रही है। बुधवार सुबह मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।
रामबिलास मीना, सीआई, शहर कोतवाली, बारां इस मामले में मेरा कोई लेना-देना नही है। सीबीआई से जांच हो जाए। सत्य सामने आ जाएगा। व्यक्तिगत द्वेषता के चलते मुझे लगातार परेशान व बदनाम किया जा रहा है।
कमल राठोर, पूर्व सभापति, बारां