कोतवाली प्रभारी मीणा ने बताया कि मृतक अटरू के भैंसड़ा गांव निवासी ओमप्रकाश बैरवा (40) एक वर्ष पहले कोटा में बिजली ट्रांसफार्मर मरम्मत करता था, लेकिन एक वर्ष से वह कुंजविहार कॉलोनी में पत्नी व बच्चों के साथ किराए से रहता था। तीन दिनों से वह अकेला था। सोमवार शाम सात बजे वह पड़ोसी किराएदार को गेट खुला रखने और कुछ देर बाद होटल से भोजन कर लौटने की कहकर निकला। रात दस बजे तक नहीं लौटा तो पड़ोसी सो गए। मंगलवार सुबह लोगों ने उसका शव देखा तो सनसनी फैल गई।
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अब घटना के दौरान रात नौ से 11 बजे तक के दो घंटे तक पुलिस के कैमरे फिर दगाबाजी कर गए। तकनीकी व्यवधान से दो घंटे की तस्वीर ही रिकॉर्ड नहीं हुई। इससे मृतक रात आठ बजे तक अटरू रोड पर भूल भूलैया चौराहा की पुलिया के नीचे रोड पर घुमते हुए कैमरों में देखा गया, लेकिन इसके बाद उसकी गतिविधि नहीं आई। साढ़े तीन किमी दूर मृतक किस के साथ और क्यों गया। इसके दूर रक्त से सनी लाश मिली। पुलिस को मौके पर एक का चश्मा, मोटरसाइकिल के टायरों के निशान मिले हैं।
अज्ञात अपराधियों ने क्रूरता दिखाते हुए वारदात को अंजाम दिया है। युवक की गर्दन को धारदार हथियार से काटा गया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। साइबर व अन्य टीमें जुटी हुई हैं।
– राजेन्द्र कुमार मीणा, उपाधीक्षक