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बारां

मार्च के आखिरी मुहूर्त में खूब बजीं शहनाई

एक माह तक मंगलकार्य, वाहन व सम्पत्ति खरीदी जैसे कार्य नहीं हो सकेंगे
 

बारांMar 14, 2024 / 11:40 pm

mukesh gour

मार्च के आखिरी मुहूर्त में खूब बजीं शहनाई

मार्च के आखिरी मुहूर्त में खूब बजीं शहनाई

बारां/छबड़ा. खरमास 14 मार्च से लग गया है। ऐसे में अब अगले एक महीने तक विवाह व अन्य मंगलकार्य नहीं हो सकेंगे। इसके चलते मार्च के अंतिम शुभ मुहूर्त पर जिले में करीब सौ विवाह हुए। होटल, धर्मशाला, स्कूल मैदान, फार्म हाउस और विवाह मंडपों में शहनाई की गूंज जमकर सुनाई दी। वहीं खरमास लगने के पूर्व गृह प्रवेश, मुंडन, अन्नप्राशन, सगाई, जनेऊ, कथा, संपत्ति व वाहन खरीदी जैसे शुभकार्य भी जमकर हुए। इसके चलते बाजारों में भीड़ नजर आई। खरमास खत्म होने के बाद 14 अप्रेल से फिर से विवाह व अन्य शुभकार्य आरम्भ होंगे। मार्च के आखिरी मुहूर्त पर हुए अधिकतर विवाह समारोह इंडोर हुए। दरअसल मार्च की शुरुआत में बारिश होने के चलते और बीच में कई बार मौसम एकाएक बिगडऩे से कई लोगों ने वाटर प्रूफ टैंट की व्यवस्था की थी।
अप्रेल में 5 दिन मुहूर्त

14 मार्च से लगे विराम के बाद अब 13 अप्रेल तक विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इसके बाद अप्रेल में 5 दिन तक विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। अप्रेल में 18, 19, 20, 21 व 22 को ये मुहूर्त हैं।
खरमास में क्या नहीं होता

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार खरमास के दौरान शुभ और मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है। इसलिए इन दिनों में शुभ कार्य का आयोजन नहीं होता। खरमास में बेटी या बहू की विदाई नहीं की जाती है। इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे संस्कारों का आयोजन नहीं होगा। नया वाहन, घर, प्लाट, रत्न-आभूषण और वस्त्र आदि नहीं खरीदे जाते।
सूर्य के मीन संक्रमण से लगेगा खरमास

ज्योतिषाचार्य जनार्दन शुक्ला के अनुसार ग्रहों के राजा सूर्य 14 मार्च को कुम्भ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर गए हैं। जैसे ही सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे, खरमास शुरू हो जाएगा। खरमास को ङ्क्षहदू धर्म में शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही अगले 30 दिन के लिए विवाह सहित सभी शुभ और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। सूर्य 13 अप्रेल को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में जाएंगे। इसके बाद विवाह व अन्य शुभ कार्यों पर लगी पाबंदी हटेगी।

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