बारिश थमने से राहत
शहर समेत जिले में बीते करीब दस दिनों में पहली बार दिनभर बारिश बंद रही तो अब तक वायरल, खांसी, जुकाम व बुखार आदि बीमारियों का घरों पर उपचार ले रहे मरीज भी घरों से निकल कर चिकित्सालय पहुंच गए। इसके अलावा रविवार को साप्ताहिक अवकाश व सोमवार को सरकारी अवकाश होने के कारण भी दो दिनों से सामान्य मरीज नहीं पहुंच रहे थे। इससे भी ओपीडी में चिकित्सा परामर्श लेने के लिए पहुंचने वालों की संख्या अधिक रही है।
लापरवाही पड़ रही भारी
शहर समेत जिले में पिछले करीब एक पखवाड़े से बारिश का दौर जारी है। बारिश के दौरान स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही बरतना लोगों को भारी पड़ रहा है। बारबार बरसाती पानी में भीगने व देर तक गीले रहने से लोग वायरल, बुखार, सर्दी, खांसी, जुकाम की चपेट में आ रहे हैं। इसके अलावा कई लोगों को पेटदर्द, उल्टी व दस्त की शिकायत हो रही है। कई को थकान, हाथ पैरों में दर्द, शरीर में अकडऩ व पीलिया की शिकायत है। इसके अलावा रात में कूलर चलाकर सोने से भी बीमार होने का अंदेशा रहता है। खाली जगह में पानी भरने से मच्छर पनप रहे हैं। इससे भी एहतियात के लिए इसमें जला हुआ ऑयल डालना चाहिए।
अन्य दिनों की अपेक्षा बढ़े 700 मरीज
जिला चिकित्सालय में सामान्यत: 12 सौ से 13 सौ तक मरीज ओपीडी में उपचार परामर्श के लिए पहुंचते है तथा करीब १५० नए मरीजों को भर्ती किया जाता है, लेकिन मंगलवार शाम करीब चार बजे तक ओपीडी मरीजों की संख्या 1992 हो गई थी। इसके बाद भी आपातकालीन में मरीज पहुंचते रहे। चिकित्सक कक्ष के अलावा दवा वितरण केन्द्र, जांच केन्द्र पर भी मरीजों व उनके परिजनों की कतारें लगी रहीं। जिला चिकित्सालय में यूं चार दवा वितरण केन्द्र हंै, लेकिन चारों पर कतार लगी रहीं।
डॉ. हंसराज सुमन, वरिष्ठ फिजीशियन, बारां
डॉ. बिहारीलाल मीणा, पीएमओ, जिला चिकित्सालय