लंबित बिलों को पास करने के बदले मांगे 4,500 रुपए बारां. एसीबी कोटा ने रिश्वत मांगने के आरोप में दर्ज प्रकरण में वांछित आरोपी राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड, मोतीपुरा छबडा स्थित छबड़ा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट के सहायक अभियंता मनोज कुमार शुक्ला को सोमवार को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया। प्रकरण के अनुंसधान अधिकारी एसीबी कोटा देहात के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह कानावत ने बताया कि वर्ष 2023 में छबड़ा थर्मल के अधिशाषी अभियंता शैलश कुमार सिंघल व एईएन मनोज कुमार शुक्ला ने परिवादी योगेश कुमार शर्मा की फर्म योगेश इन्टर प्राईजेज के पेंडिग बिलों को पास करने की एवज में 4,500 रुपए रिश्वत राशि की मांंग की। इस पर परिवादी ने 1 मार्च 2023 को उक्त आरोप लगाते हुए एसीबी चौकी कोटा देहात में शिकायत की।
2 मार्च को कराए गए सत्यापन में शिकायत की पुष्टि हुई। 5 मार्च को सीआई पृथ्वीराज मीणा ने कार्रवाई करते हुए अधिशासी अभियंता शैलेश सिंघल को 2000 की राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इसके बाद ब्यूरो मुख्यालय के आदेश पर प्रकरण दर्ज किया गया। अभियोजन स्वीकृति प्राप्त की तथा आरोपी एईएन शुक्ला को नोटिस जारी कर तलब किया गया, लेकिन उपस्थित नहीं हुआ। इस पर सोमवार को आरोपी एईएन मनोज शुक्ला (42) निवासी ग्राम व पोस्ट मूसा नगर, तहसील भोगनीपुर जिला कानपुर देहात हाल तत्कालीन एईएन, छबड़ा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेजा दिया गया।