शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ाने के लिये शुरू हुई सेल्फी व्ययवस्था सीडीओ मेधा रूपम (IAS Medha Rupam) ने स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए सेल्फी पहल 15 मई से शुरू की थी। जिले में करीब साढ़े 13 हजार शिक्षक हैं, जिनका वाट्सएप ग्रुप (Selfie Whatsapp Group) बनाया गया था। एनपीआरसी वाट्सएप ग्रुप पर प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक और विद्यालय के समस्त स्टॉफ को सुबह आठ बजे सामूहिक सेल्फी (Teachers Group Selfie) लेकर ग्रुप में पोस्ट करते थे।
मॉनीटरिंग सेल में फोटो होती थी पोस्ट खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) (BEO) सभी शिक्षकों की फोटो को डीआरडीए (DRDA) में तैयार मॉनीटरिंग सेल में पोस्ट करते हैं। 15 मई से अब तक की निगरानी में साढ़े आठ हजार से अधिक शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा गया था। अब मुख्य विकास अधिकारी मेधा रूपम (Medha Rupam) ने सभी का वेतन बहाल कर दिया है।
पहले ही दिन 750 शिक्षक गैरहाजिर पहले ही दिन 15 मई को सेल्फी मॉनीटरिंग में साढ़े सात सौ शिक्षक ऐसे निकले जो विद्यालय गए ही नहीं। इन सभी शिक्षकों का एक वेतन काट दिया गया था।
सेल्फी व्यवस्था रही कारगर वहीं बाराबंकी की मुख्य विकास अधिकारी मेधा रूपम (CDO Medha Rupam) ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए सेल्फी व्यवस्था (Teachers Selfie) कारगर रही थी। इस दौरान अनुपस्थित अध्यापकों का एक दिन का वेतन भी रोका गया था। अब प्रेरणा एप लागू होने से सेल्फी व्यवस्था बंद कर सभी का वेतन बहाल किया जाता है।
आंकड़े – प्राथमिक विद्यालय- 2170 – पूर्व माध्यमिक विद्यालय- 846 – जिले में कुल बच्चे- 325000 – शिक्षक-शिक्षामित्र, अनुदेशक- साढ़े 13 हजार – शिक्षकों का रोका गया वेतन- साढ़े आठ हजार
– सेल्फी व्यवस्था- 15 मई 2019 से शुरू – बंद हुई सेल्फी व्यवस्था- 16 सितंबर