पत्र में मुख्तार अंसारी ने कहा है कि बीते 19 मार्च को बांदा जेल में उसको जो भोजन उपलब्ध कराया गया उसमें जहर था। इसके सेवन से वह गंभीर रूप से बीमार हो गया। उसके हाथ पैरों में और शरीर के सभी नसों में दर्द हो रहा है। हाथ पांव ठंडे हो रहे हैं। घबराहट हो रही है। ऐसा लगता है कि कभी भी मृत्यु हो सकती है।
मुख्तार ने अदालत को यह भी बताया है कि 40 दिन पहले भी उसके खाने में धीमा जहर दिया गया। इसलिए जेल में जो स्टाफ उसका खाना बनाने में बाद चखकर उसे देता है वह भी बीमार पड़ गया और उसका इलाज कराया गया फिलहाल गैंगस्टर के मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने अगली पेशी के लिए के 29 मार्च की तारीख तय की है।