जानकारी के मुताबिक बांसवाड़ा के प्रताप डेरी गांव में 2800 मेगावाट का न्यूक्लियर पावर प्लांट लगना प्रस्तावित है। ऐसे में यहां से लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। लेकिन, मुआवजा देने के बाद भी ग्रामीण जमीन खाली नहीं कर रहे है। कथित तौर पर मुआवजा मिलने के बावजूद मौके पर काबिज लोगों को हटाने के लिए प्रशासन और पुलिस का दस्ता बीती रात ही एनपीसीआईएल के प्लांट परिसर पहुंच गया था।
ग्रामीणों ने एक राय होकर पुलिस पर बरसाए पत्थर
शुक्रवार सुबह यहां तीन जिलों की पुलिस को मौके पर तैनात किया गया और यहां से लोगों को हटाना था। साथ ही यहां प्लांट की दीवार बनवाने की तैयारी की जा रही थी। पुलिस ने प्लांट परिसर से लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया। इस पर ग्रामीणों ने एक राय होकर पुलिस पर ही हमला कर दिया। भीड़ ने पुलिस पर जमकर पत्थर बरसाए। जिससे दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने किया लाठीचार्ज
भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। साथ ही आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायर किए। पुलिस ने कुछ महिलाओं और पुरुषों को हिरासत में भी लिया है। उन्हें बस भरकर कोतवाली थाने ले जाया गया। मौके पर जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव, पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला, एएसपी राजेश भारद्वाज, डीएसपी सूर्यवीर सिंह सहित थानों का जब्त और करीब 200 से ज्यादा पुलिस जवाब तैनात हैं।