दो संतानों में 82 दिन का अंतर
राजस्थान के बांसवाड़ा के विलेश गरासिया ने विभाग को लिखित शिकायत की तो आरोपी शिक्षक ने जवाब दिया कि जिस बच्ची शिफा की बात की जा रही है, वह उसकी पुत्री है ही नहीं। सज्जनगढ़ के गुड सैफर्ड स्कूल ने आरटीआई में मांगी सूचना के जवाब में विकास के तीन संतानें रिकॉर्ड में दर्ज होना बताया। बेटे साहिल की जन्म तिथि 14 नवबर, 2000 है, जबकि दूसरे नबर की बेटी महिमा की जन्मतिथि 10 दिसबर, 2002 है। तीसरी संतान शिफा पुत्री विकास गरासिया की जन्मतिथि 2 मार्च, 2003 है। दोनों बेटियों की जन्मतिथि के बीच केवल दो माह और 20 दिन का अंतर है। तीन विद्यार्थियों की माता का नाम सुशीला है।शिकायत पर जान से मारने की धमकी
शिकायतकर्ता विलेश गरासिया ने बताया मैंने शिकायत की तो मुझे जाने से मारने की धमकी मिली। पूरे दस्तावेजों के साथ मैंने एसओजी को लिखित शिकायत की है। आरोपी ने विभाग के कुछ लोगों से मिलीभगत कर ली है।यह है संतान सबंधी नियम
शिक्षा विभाग की 8 जून, 2003 को जारी अधिसूचना के मुताबिक 1 जून, 2002 को या इसके बाद दो से अधिक संतान नहीं होने का शपथ-पत्र हरेक चयनित अभ्यर्थी को देना अनिवार्य है। सरकारी सेवा में आने वाले शिक्षक अपनी सभी संतान सबंधी जानकारी इसमें देते हैं। यदि इस नियमानुसार शपथ-पत्र में तीनों बच्चों की जानकारी कोई साझा करता है, तो उसे सरकारी नौकरी नहीं दी जाती है।राशनकार्ड में नहीं नाम
आरोपी के राशन कार्ड में दो ही संतान का उल्लेख है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि ऐसा इसलिए किया गया, ताकि कभी जांच होने पर वह बच सके।सवाल-जवाब… सुनें रह जाएंगे हैरान
रिपोर्टर – शिफा के पिता बोल रहे हैं?विकास – हां, शिफा का पिता बोल रहा हूं।
विकास – आप कौन हो, कहां से हो? मैं आपको कैसे बता सकता हूं? रिपोर्टर – आपने कहा कि आप शिफा के पिता बोल रहे हैं, जबकि दस्तावेज में उसका नाम नहीं है।
विकास – अरे… मैं आपको मिलकर बताता हूं कि वह मेरी बेटी कैसे है। मेरे पास दस्तावेज हैं। आप रुको… मैं बताऊंगा।