इधर, बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार शनिवार रात 10 बजे से रविवार सुबह 6 बजे के बीच बागीदौरा में 125 मिमी, जगपुरा में 62, घाटोल में 60, अरथूना व भूंगड़ा में 32-32, केसरपुरा में 25, गढ़ी में 18, लोहारिया में 15, सज्जनगढ़ में 13, बांसवाड़ा में 11, शेरगढ़ में 10 व कुशलगढ़ में 2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
उदयपुर संभाग के सबसे बड़े माही बांध में भी जल आवक बनी हुई है। शनिवार शाम 7 बजे बांध का जलस्तर 274.15 मीटर था, जो रविवार सुबह 8 बजे तक बढ़कर 274.20 मीटर हो गया है। बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है।
बांसवाड़ा-उदयपुर हाइवे पर बड़लिया बस स्टैंड और चिडिय़ावासा गांव के बीच रविवार तडक़े बबूल का पेड़ धराशायी हो गया। हालांकि इसकी चपेट में कोई नहीं आने से नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सडक़ पर पेड़ गिरा होने से जाम लग गया और दोनों तरफ वाहनों की कतारें लगी रहीं। भोर के साथ आवागमन में परेशानी बढ़ी, तो इसकी जानकारी पर मौके पर जेसीबी मशीन लगाकर पेड़ हटाने के प्रयास किए गए।
राजधानी जयपुर में झमाझम बरसात से मौसम हुआ सुहाना, 23 जिलों में भारी बारिश की चेतवानी पेड़ काफी मोटा होने से बगैर काटे हटाना मुश्किल रहा। उसे थोड़ा किनारे सरकाया ही जा सका कि बबूल की डाल पर मधुमक्खी का छत्ता छिड़ गया। इससे मक्खियां हमलावर हो गईं, तो जेसीबी मशीन चालक और उसके सहयोगियों को काम छोडकऱ भागना पड़ा।