बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ रहने लगी महिला, पति वापस लेने पहुंचा तो प्रेमी और उसके जीजा ने मिलकर कर दी मारपीट
शव को फिर हाईवे पर रखकर गाड़ी के पहिए से कुचल दिया, ताकि मृतक की पहचान न हो सके। 50 लाख की बीमा राशि का लालच पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या की साजिश करीब एक नौ माह पहले बनाई थी। मृतक कोई काम नहीं करता था और शराब का आदी था। गत नवम्बर में कांता और कमला ने कालू के विभिन्न निजी व सरकारी बीमा कम्पनियों से 50 लाख रुपए के बीमे करवाए। अकेले नवम्बर में ही 24 लाख के बीमे कराए गए थे। कार्रवाई में एसआई रामलाल, परीक्षित, एएसआई महेंद्र कुमार, कांस्टेबल अनिल कुमार, प्रकाश, दिग्पाल सिंह, मुकेश, गोपाल, राहुल, गौरव, सुरेंद्र सिंह, यशवर्धन सिंह और लोकेंद्र सिंह का योगदान रहा।बुद्धाराम विश्नाई, सीआई, सदर थाना
जीजा-साले ने मिलकर चुराए लाखों रुपए, झोपड़पट्टी के बाहर पड़ी चप्पल ने कराई पहचान, 10 दिन पहले ही हुई थी शादी
प्रेम संबंध और साजिश…ऐसे आए करीब
पुलिस को जांच में पता चला कि कालू के बच्चे एक निजी स्कूल में पढ़ते हैं और दिनेश मईड़ा स्कूल के बच्चों को लाने-ले जाने का काम करता था। कालू को शराब पीने के लिए दिनेश पैसे भी देता था। गहन पूछताछ पर दिनेश ने खुलासा किया और वारदात कबूल की। दिनेश के पहले कमला से सम्बंध थे, फिर उसकी शादी होने पर छोटी बहन कांता से प्रेम संबंध हो गए। कांता बांसवाड़ा शहर में झाड़ू-पोंछा लगाने का काम करती थी। उसका पति शराबी था, जिस कारण वह दिनेश के करीब आ गई।
बीमा राशि बांटने की शर्त
आरोपियों ने कालू की हत्या की योजना बनाने के साथ ही बीमे करवाए और उसके नाम पर लोन भी ले लिया। यदि बीमा क्लेम मिलता तो दिनेश को 15 लाख रुपए उसमें से देना तय था। हत्या में दिनेश के साथ विनोद और श्रवण नामक युवक भी थे, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है।