ई-मण्डी प्लेटफार्म विकसित किया जाना प्रस्तावित – कृषि विपणन निदेशक
कृषि विपणन निदेशक राजेश चौहान बताते हैं कि खेत से खरीद की परिकल्पना को पूर्ण करने एवं नियमन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ई-मण्डी प्लेटफार्म विकसित किया जाना प्रस्तावित है। इससे प्रदेश के किसानों एवं व्यापारियों को बेहतर विपणन सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी।सीएम भजनलाल का दस्तकारों-कलाकारों को तोहफा, चुकाए ऋण ब्याज पर मिलेगा 2 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान
मध्य प्रदेश से सीखा ई-मंडी कॉन्सेप्ट
मध्यप्रदेश में संचालित ई-मण्डी प्लेटफार्म को समझने के लिए 5 अधिकारियों का दल उज्जैन एवं देवास मण्डी में जानकारी ली। अध्ययन दल के द्वारा भ्रमण कर प्राप्त सूचना एवं व्यावहारिक रूप से संचालित गतिविधियों को समझने एवं देखने के पश्चात् मध्यप्रदेश की मण्डियों में संचालित ई-मण्डी प्लेटफार्म ई-अनुज्ञा, ई-मण्डी, फार्मगेट को प्रदेश में लागू किए जाने के संबंध में सुझाव प्रस्तुत किया।कांग्रेस सरकार का एक और फैसला पलटेगा, राजस्थान के करीब 40 लाख अभ्यर्थियों को लगेगा जोरदार झटका
प्रदेश की मण्डियां ई-प्लेटफार्म के माध्यम से होगी डिजिटल
शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी राजन विशाल ने बताया कि प्रदेश की मण्डियां ई-प्लेटफार्म के माध्यम से डिजिटल होगी, जिससे ई-ऑक्शन के माध्यम से व्यापारियों को किसी भी स्थान पर भौतिक रूप से उपस्थित हुए बिना ही भाव लगाने का अवसर प्राप्त हो सकेगा।Rajasthan News : हज पॉलिसी में भारी बदलाव, हज यात्रा-2025 का सफर होगा महंगा, यात्री मायूस
ई-मण्डी दूर करेगी किसानों की यह 4 दिक्कत
1- ई-मण्डी प्लेटफार्म के विकसित होने से किसान को अपने खेत से राज्य की किसी भी मण्डी में कृषि जिंस बेचने के विकल्प मिलेंगे। इससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्राप्त हो सकेगा।2- मण्डी समिति को सभी प्रकार की सूचनाएंं पंजीकृत व्यापार, मण्डी में आने वाले किसान, मण्डी शुल्क, भाव एवं आवक-जावक रिकॉर्ड एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगे
3- ई-भुगतान की सरल प्रक्रिया से किसानों एवं व्यापारियों को सुगमता, मण्डी रिकॉर्ड एवं नियमन की दृष्टि से अनियमितता कम हो सकेगी।
4- किसान खेत से अपनी उपज की पूर्ति व व्यापारी की मांग के आधार पर निर्णय ले सकेंगे।