तिल तीन प्रकार के होते हैं – काले, सफेद और लाल। तिल का सेवन शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाता है। अगर आप तिल और गुड से बने लड्डूओं का सेवन करेंगे, तो आपके शरीर को आयरन मिलेगा। तिल में कई प्रकार के प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम, कॉपर, फाइबर, बी काम्प्लेक्स और कार्बोहाइट्रेड आदि तत्व पाये जाते हैं। तिल का सेवन करने से तनाव दूर होता है और मानसिक दुर्बलता नही होती। इसी तरह से गुड में भी ढ़ेर सारा आयरन, विटामिन और मिनरल पाया जाता है। तिल के लड्डू खाने से पेट ठीक रहता है, हाई ब्लड प्रेशर नहीं होता और लीवर ठीक प्रकार से काम करता है। वहीं गुड़, शरीर को शुद्ध बनाता है और मीठे की तलब को दूर करता है।
1.तिल के लड्डूओं को खाने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट मिलता है। वाइरस, एजिंग और बैक्टीरिया से जितने भी नुकसान शरीर को होते है उन्हें ठीक करता है। 2. तिल मधुमेह रोगियों के लिए दवा का काम करता है। 3. इसमें विटामिन ई और विटामिन बी पाया जाता है जो कि त्वचा को जवां और चमकदार बनाता है। 4. गठिया रोगियों को तिल और गुड का लड्डू खाने से लाभ मिलता है। तिल खाने से पैरों की सूजन आदि कम हो जाती है। 5. सर्दी-जुखाम सीने में जमाव और साइनस की समस्या को दूर करना है तो इस तिल के लड्डू जरुर खाएं। यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है। 6. तिल का सेवन करने से ना केवल ब्लड़ प्रेशर कम होता है बल्कि यह शरीर में सोडियम की मात्रा को भी कम करने में असरदार है। 7. तिल लड्डू में मौजूद कैल्शियम हड्डी को मजबूत बनाता है, सिरदर्द भगाता है। 8. तिल के तेल का नियमित उपयोग करने से तनाव, थकान, अनिंद्रा जैसी परेशानियां ठीक होती है। 9. तिल में प्रोटीन, कैल्शियम और बी कॉम्प्लेक्स बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। प्रतिदिन लगभग पचास ग्राम तिल खाने से कैल्शियम की आवश्यकता पूरी होती है। तिल के सेवन से मानसिक दुर्बलता एवं तनाव दूर होता है।