दरअसल, चामुंडेश्वरी विधानसभा क्षेत्र से सिद्धरामय्या को हराकर विधानसभा पहुंचे जद-एस के वरिष्ठ नेता जीटी देवगौड़ा ने कहा कि पार्टी का एक धड़ा भाजपा सरकार का समर्थन करना चाहता है ताकि सरकार को स्थिरता प्रदान की जा सके। लेकिन, इस संदर्भ में अंतिम निर्णय पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ही करेंगे। जीटी देवगौड़ा के इस बयान के बाद जद-एस के दो खेमों में बंट जाने की खबरें तेजी से प्रसारित हुईं।
इस बीच शनिवार को पार्टी सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा ने कहा कि निश्चित रूप से जीटी देवगौड़ा वित्त विधेयक के बारे में बात कर रहे होंगे। पार्टी के विधायक चाहेंगे कि पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी द्वारा पेश बजट पारित हो जाए। इसे कोई बड़ा मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि उसके बारे में अभी ही क्यों बात करें। इस पर आने वाले दिनों में बात कर सकते हैं। उनकी पार्टी आंख मूंदकर हर चीज का विरोध नहीं कर सकती। वे एक क्षेत्रीय पार्टी की तरह काम करेंगे।