रेल व्हील फैक्ट्री येलहंका भारतीय रेलवे का एक अनूठा एकीकृत प्लांट है जो एक ही छत के नीचे कास्ट व्हील, फोज्र्ड एक्सल और व्हीलसेट का निर्माण करता है। इस प्लांट ने पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 1,96,265 व्हील, 83,054 एक्सल और 94,275 व्हीलसेट का रिकॉर्ड उच्चतम उत्पादन किया। प्लांट में 1800 से भी कम कर्मचारी हैं और इसके प्रदर्शन को उच्चतम स्तर पर मान्यता मिली जब इसे संयुक्त रूप से “सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई शील्ड” से सम्मानित किया गया। रेल व्हील फैक्ट्री में पानी के स्व-उत्पादन के लिए कुओं का पुनरुद्धार जो लगभग 1.92 लाख लीटर प्रतिदिन देता है, कारखाने के भीतर 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन और कॉलोनी में 3 लाख लीटर प्रतिदिन का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जो बीडब्ल्यूएसएसबी पर न्यूनतम निर्भरता को कम करता है। इन प्रयासों के लिए आरडब्ल्यूएफ को 2021 में पर्यावरण संरक्षण के लिए गोल्डन पीकॉक अवार्ड और 2020 में बीडब्ल्यूएसएसबी द्वारा जलारुषि अवार्ड से सम्मानित किया गया। आरडब्ल्यूएफ को आईआरआईएस- इंटरनेशनल रेलवे इंडस्ट्रीज स्टैंडर्ड के लिए प्रमाणित किया गया है – जो उच्च आंतरिक गुणवत्ता मानकों का प्रमाण है और आरडब्ल्यूएफ को विदेशी बाजारों का पता लगाने में सक्षम बनाता है। आरडब्ल्यूएफ ने मोजाम्बिक रेलवे को लोको, केप गेज कोच और डीईएमयू ट्रेनों के लिए पहिए और एक्सल निर्यात किए हैं। रेल राज्यमंत्री सोमण्णा के रेल व्हील फैक्ट्री पहुंचने पर रेलवे सुरक्षा बल की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। महाप्रबध्ंाक आर राजगोपाल ने उनकी अगवानी की।