सूत्रों के अनुसार, उनका यह बयान कि बलिदान के लिए तैयार हैं, सिद्धरामय्या के राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की बहस का मुकाबला करने के लिए एक नई चाल के रूप में भी देखा जा रहा है।
सिद्धरामय्या ने जोर देकर कहा है कि पार्टी में कई नेताओं ने बलिदान दिया है। उन्होंने पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के किए गए त्याग का विशेष उल्लेख करते हुए संकेत दिया कि जब भी कोई परिस्थिति आए, सभी को त्याग करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी नेताओं को उनका अनुकरण करना चाहिए। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है जो बदलाव ला सकती है और भाजपा यथास्थिति के पक्ष में है। जद-एस की कोई विचारधारा ही नहीं है।