उम्मीदवारों की सूची तय करने के लिए कांग्रेस दो चरणों में बैठक कर चुकी है। इनमें से एक बैठक उन सीटों के उम्मीदवारों पर चर्चा के लिए हुई जहां पिछले बार पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था जबकि दूसरी बैठक उन सीटों के लिए हुई जहां पार्टी जीती थी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या और प्रदेश कांग्रेस के सुझाव को देखते हुए अधिकांश मौजूदा विधायकों को टिकट मिलना तय है। हालांकि, कुछ विधायकों को पत्ते कट सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि नामों पर चर्चा के दौरान जिलाध्यक्ष के साथ ही जिला प्रभारी मंत्री को भी विश्वास में लिया गया। जिन सीटों पर पार्टी हारी थी वहां दो से तीन नामों पर विचार किया गया। 40 सदस्यीय प्रदेश चुनाव समिति ने कुछ विधायकों को अधिक उम्र और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण दुबारा टिकट नहीं देने की सिफारिश की है।
उधर, प्रदेश भाजपा के नेता भी तीन दिन तक उम्मीदवारों के मंथन कर चुके हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पहले चरण में 70-80 उम्मीदवारों की सूची जारी होने की संभावना है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि पहली सूची 3-4 दिनों में जारी होगी और उसके बाद बाकी सीटों के लिए सूची जारी होगी। जद ध अपने 125 उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही घोषित कर चुकी है।