मुख्यमंत्री ने कहा कि, चामराजनगर पहले मैसूर जिले का हिस्सा था। पूर्व राज्यपाल बी.रचय्या के समय में मैसूरु और चामराजनगर दो अलग-अलग जिले बने। तब वह, उपमुख्यमंत्री थे। उन्होंने इस नए जिले की घोषणा की थी। जब, जेएच पटेल मुख्यमंत्री बने तो कुछ विधायकों ने उन्हें यह कहते हुए जिले का दौरा करने से रोक दिया था कि, अगर वह चामराजनगर का दौरा करेंगे, का पद खो देंगे। जिले पर यह कलंक लगा दिया गया है कि चामराजनगर का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री अपनी सत्ता खो देंगे। वे रचय्या के साथ यहां आए और नए जिले का उद्घाटन किया। लेकिन, वह दो बार मुख्यमंत्री बने। रचय्या और वह खुद इस तरह की बातों में विश्वास नहीं करते हैं। वह कई बार यहां आ चुके हैं और जितनी बार आए मुख्यमंत्री का पद गंवाने के बजाय और मजबूत हो गया।
तीसरी बार बनेंगे मुख्यमंत्री!
इस बीच सभा से किसी समर्थक ने जोर से चिल्लाकर कर कहा कि, अब आप तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धरामय्या ने कहा कि, अब वह राजनीति सफर के अंत पर हैं। लोगों का समर्थन बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर उन्हें यह सम्मान और समर्थन नहीं मिलता तो वह राजनीति में टिक नहीं पाते। रचय्या एक बहुत बड़े राजनेता थे। वे यह नहीं भूल सकते कि उन्हें राजनीतिक रूप से आगे बढऩे में उनका काफी सहयोग मिला है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सत्तेगला नगर पंचायत के गठन का वादा भी किया।