टीसीडब्लूआइ सूचकांक रोल मॉडल शहरों और सर्वोत्तम प्रथाओं की पहचान करता है, और संगठनों, नीति निर्माताओं और व्यक्तियों को हमारे शहरों में समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है, जो देश भर में महिलाओं की प्रगति का एक महत्वपूर्ण चालक है।
सूचकांक को फर्म के प्राथमिक शोध के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था के निगरानी केंद्र (सीएमआइइ), विश्व बैंक, अपराध रिकॉर्ड और आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण सहित विभिन्न डेटा स्रोतों को आत्मसात करके संकलित किया गया है। एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण जो फरवरी 2024 से नवंबर 2024 तक आयोजित किया गया था जिसमें 60 शहरों की 1672 महिलाओं ने भाग लिया था। अध्ययन के लिए भारत भर के 120 शहरों पर विचार किया गया था।
पिछले साल (2023) टीसीडब्लूआइ रैंकिंग में दूसरे स्थान से आगे बढ़कर, 2024 में बेंगलूरु पूरे देश में महिलाओं के लिए नंबर एक शहर बन गया। बेंगलूरु के बाद चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद और पुणे का स्थान रहा।हर शहर को दिए गए समग्र ‘शहर समावेशन स्कोर’ के आधार पर शहरों को रैंक किया गया है, जिसका अनुमान शोध और मौजूदा सरकारी डेटा से लगाया गया है। शहर समावेशन स्कोर (सीआईएस) तीन स्तंभों – सामाजिक समावेशन स्कोर (एसआइएस), औद्योगिक समावेशन स्कोर (आइआइएस) और नागरिक अनुभव स्कोर (सीइएस) से प्राप्त होता है।
इंडेक्स में शीर्ष 25 की सूची में तमिलनाडु के शहर हावी हैं, जिनमें से 8 शहर – चेन्नई, कोयंबटूर, तिरुचिरापल्ली, वेल्लोर, मदुरै, सलेम इरोड और तिरुपुर इंडेक्स में शामिल हैं। दक्षिण सबसे समावेशी क्षेत्र के रूप में उभरा, जिसने सामाजिक और औद्योगिक समावेशन दोनों में तुलनात्मक रूप से उच्च स्कोर किया। दक्षिण का औसत शहर समावेशन स्कोर 18.56 है। दक्षिण के बाद पश्चिम (16.92) का स्थान है। मध्य और पूर्वी क्षेत्र क्रमशः 11.79 और 10.55 के औसत के साथ पिछड़े हुए हैं। उत्तर के लिए औसत शहर समावेशन स्कोर 14 है।
उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने लैंगिक समावेशिता, महिला सुरक्षा, कार्यबल प्रतिनिधित्व और पुलिस उपायों में शहर के बेहतर प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। एक्स पर अपने विचार साझा करते हुए, शिवकुमार ने इस बात पर जोर दिया कि बेंगलूरु की सफलता कर्नाटक भर में महिलाओं के लिए समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस पार्टी के समर्पण को दर्शाती है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए परिवहन और सुरक्षा पर रणनीतिक ध्यान केंद्रित करने को महत्वपूर्ण बताया।