विरूपाक्ष मंदिर के प्रबंधन ने गुरुवार को बताया कि मंदिर, हाथी और श्रद्धालुओं की बेहतरी के लिये उन्होंने केले पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। मंदिर के बंदोबस्त अधिकारी हनुमंतप्पा ने कहा, हमने देखा कि हाथी को खाना खिलाने के प्रयास में श्रद्धालु अति उत्साही हो जाते हैं, जो न केवल संबंधित हाथी के लिए हानिकारक है बल्कि इससे स्थान भी बहुत गंदा हो जाता है। श्रद्धालु केले के छिलके और यहां तक कि वे प्लास्टिक की थैलियां भी छोड़ जाते हैं, जिनमें वे केले भरकर लाते हैं।
केले खिला कर सेल्फी लेने से परेशान हो जाता है हाथी
मंदिर प्रशासन ने यह भी कहा कि जब से प्रतिबंध की खबरें सामने आई हैं, तब से उन्हें प्रतिबंध के बारे में पूछने के लिए बहुत सारे फोन आ रहे हैं। हनुमंतप्पा ने लोगों से अपील की कि वे केले पर प्रतिबंध को गलत संदर्भ में न लें और इसे विवाद का विषय न बनाएं। अक्सर अति उत्साही पर्यटकों द्वारा केले खिलाते समय हाथी के साथ बहुत ज्यादा सेल्फी लेते हैं जिससे हाथी परेशान हो जाता है। हनुमंतप्पा ने बताया कि उन्होंने विजयनगर जिला प्रशासन के निर्देश के अनुरूप मंदिर में केले ले जाने पर प्रतिबंध की घोषणा की है।