समीउल्ला नामक एक स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता ने इसके लिए प्रयास किए। समीउल्ला के बारे में कहा जाता है कि वे गणेश और आनंद सिंह दोनों के मित्र हैं। मारपीट के लगभग तीन महीने बाद दोनों नेता एक-दूसरे के आमने-सामने अकेले में बैठे और बात की। इससे पहले गणेश कंपल्ली ने इस घटना पर दु:ख व्यक्त किया था।
गौरतलब है कि मारपीट के बाद गणेश कई दिनों तक फरार रहे। घटना के लगभग एक महीने बाद रामनगर पुलिस ने उन्हें गुजरात से गिरफ्तार किया। उन पर मारपीट और हत्या की कोशिश के आरोप लगे हैं।