मैसूरु मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (एमएमसी एंड आरआई) के डीन और निदेशक के.आर. दक्षायिनी के अनुसार मृतक शिवू गोपालैया (41) चामराजनगर जिले के गुंडलुपेट तालुक के राघवपुरा गांव के निवासी थे। उन्होंने तीन दिन पहले अपनी पत्नी को प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था।
वह अपनी पत्नी की देखभाल कर रहे थे, जो आईसीयू में भर्ती थी। डॉ. दक्षायिनी ने कहा कि उन्होंने अस्पताल के बाहर सोने का फैसला किया होगा क्योंकि वह पास ही रहना चाहते थे। ठंड के कारण मौत होने की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
चेलुवम्बा अस्पताल की अधीक्षक आर. सुधा ने संवाददाताओं को बताया कि मृतक अपनी पत्नी को शुक्रवार सुबह करीब 2 बजे चामराजनगर सरकारी मेडिकल कॉलेज से रेफरेंस पर अस्पताल लाया था और भर्ती होने पर उसने शनिवार को सी-सेक्शन के जरिए बच्चे को जन्म दिया।
मां और बच्चे दोनों स्वस्थ थे, लेकिन अभी भी आईसीयू में थे। डॉ. सुधा ने कहा, किसी अन्य रिश्तेदार की अनुपस्थिति में, वह उन सभी की देखभाल अकेले ही कर रहा था। हालांकि, परिचारक डोरमेट्री में सोते हैं, लेकिन हो सकता है कि उसने आपातकालीन कॉल आने की स्थिति में अस्पताल के बाहर रात बिताना पसंद किया हो।
उन्होंने कहा कि इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि शिवू गोपालैया को कोई स्वास्थ्य समस्या थी या नहीं। उन्होंने कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अभी भी इंतजार है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिचारक डोरमेट्री में ही सोते हैं, जिसमें शौचालय की सुविधा के अलावा पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। बीपीएल कार्ड धारकों के लिए छात्रावास की सुविधाएं निःशुल्क थीं, लेकिन अन्य लोगों को रखरखाव शुल्क के रूप में 30 रुपए का भुगतान करना पड़ता था।
कहा जा रहा है कि गोपालैया के पास पैसे नहीं थे इसलिए उसे मजबूरी में लगातार तीन रातों से अस्पताल के बाहर खुले में ठंड में रहने पर मजबूर होना पड़ा। सुरेश नामक एक व्यक्ति ने बताया कि गोपालैया के पास खाने के लिए भी पैसे नहीं थे। सुरेश ने बताया, हमने उसे खाना लाने में मदद की और एक डॉक्टर ने उसे बच्चे के लिए दूध पाउडर खरीदने के लिए पैसे दिए।
डॉ. सुधा ने इस बात से इनकार किया कि मृतक डोरमेट्री में नहीं सोता था क्योंकि उसके पास पैसे नहीं थे। उन्होंने कहा, हो सकता है कि उन्होंने अस्पताल के बाहर रहना पसंद किया हो क्योंकि अगर वह डोरमेट्री में सोएंगे तो उन्हें अपनी पत्नी के लिए आपातकालीन कॉल के बारे में पता नहीं चल पाएगा।
बताया गया है कि पुलिस ने मौके पर जांच की है और रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों की पुष्टि की जाएगी। अश्वत्थम्मा, अभी भी आईसीयू में भर्ती है और अपने पति की मौत के बारे में नहीं जानती।