उन्होंने कहा कि इस दौरान रोजाना औसतन 163 किलोमीटर ट्रैक बिछाया गया। इसी दौरान औसत विद्युतीकरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और यह 317 किलोमीटर प्रति वर्ष हो गया, जो 18 गुना वृद्धि है। वर्तमान में 88 प्रतिशत मार्ग विद्युतीकृत है और मार्च 2025 तक शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा गया है।उन्होंने कहा कि कर्नाटक में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 59 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। दक्षिण पश्चिम रेलवे में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1103 करोड़ रुपए की लागत से 46 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है।
इसइसके साथ ही 5 प्रमुख स्टेशनों का भी पुनर्विकास किया जा रहा है। यशवंतपुर स्टेशन का 367 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है। परियोजना के पूरा होने की संभावित तिथि जुलाई 2025 है। बेंगलूरु कैंट स्टेशन का 150 करोड़ रुपए की लागत से विकास किया जा रहा है। इस परियोजना की लागत 484 करोड़ रुपए है। परियोजना पूरी होने की संभावित तिथि अक्टूबर 2025 है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे अभी ढाई हजार नॉन-एसी कोच बना रहा है और अगले तीन सालों में दस हजार और एक्स्ट्रा नॉन एसी कोच बनाए जाएंगे।
इस अवसर पर हुब्बल्ली में दपरे के महाप्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव, बेंगलूरु में मंडल रेल प्रबंधक योगेश मोहन, अपर मंडल रेल प्रबंधक परीक्षित मोहपुरिया व वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कृष्ण चैतन्य व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।