उनकी आय और व्यय के बारे में जानकारी ली गई। इसके अलावा ईडी ने अन्य परिजनों से भी 10 वर्षों का हिसाब-किताब मांगा है। ईडी ने पूर्व विधायक और अफजाल के भाई मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों को भी तलब किया लेकिन समय कम होने की वजह से पूछताछ नहीं हो पाई।
परिजनों से भी पूछताछ बीते दिनों एक कंपनी से मुख्तार के परिवार के लेनदेन की बात सामने आई है। मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर प्रवर्तन निदेशालय ने इसकी छानबीन की तो पता चला कि कंपनी से मुख्तार की पत्नी, बेटे और भाई के लेनदेन की जानकारी सामने आई है। ऐसे में यह जांच शुरू हो गई कि कहीं वह बेनामी कंपनी तो नहीं है। कहीं ऐसा तो नहीं कि कंपनी किसी और के नाम से रजिस्टर्ड है लेकिन मुख्तार का पैसा लगा हो।
7 बैंक खाते हुए थे चिन्हित पिछले साल ईडी ने मुख्तार के सात बैंक खाते चिन्हित किए थे। धीरे-धीरे ईडी का शिकंजा मुख्तार और उसके परिवार पर कसता जा रहा है। मुख्तार और अफ़ज़ाल से पूछताछ के बाद ईडी अब मुख्तार के दोनों बेटों अब्बास और उमर से जल्द ही पूछताछ करेगी। इसके साथ ही इस मामले में मुख्तार के परिवार के अन्य लोगों और सालों को भी तलब किया जा सकता है।