वाड्रफनगर. एक युवक अपने चाचा के घर रहता था। गुरुवार की रात वह गांव से ही वह छठी कार्यक्रम से लौटा था। इस दौरान उसने चाचा से कहा कि वह एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहा है। उसके जाने के बाद सभी निश्चिंत होकर सो गए। सुबह जब चाचा उठा तो देखा कि भतीजे के कमरे का दरवाजा बंद है।
खटखटाने पर जब कोई आवाज नहीं आई तो उसने दरवाजे को धक्का मारा। दरवाजा खुलते ही भीतर का नजारा देख वह सन्न रह गया। उसने देखा कि भतीजा फांसी पर लटका हुआ है। उसके दोनों पैर जमीन को छू रहे थे। सूचना पर पुलिस पहुंची तथा पंचनामा व पीएम पश्चात शव उसके परिजन को सौंप दिया। पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर जांच में जुट गई है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बसंतपुर थानांतर्गत ग्राम बसंतपुर के पंडोपारा निवासी 20 वर्षीय करमसाय पिता शीतल पंडो माता-पिता की मौत बाद अपने चाचा के साथ रहता था। गुरुवार की शाम वह गांव में ही रामवृक्ष के घर छ_ी कार्यक्रम में गया था। यहां से रात लगभग 8 बजे वापस घर आया और चाचा अर्जुन से बोला कि मैं जगसाय गोंड़ के घर शादी में जा रहा हूं।
इस पर अर्जुन अपने परिवार के साथ सो गया। सुबह लगभग 7.30 बजे चाचा अर्जुन ने करमसाय के कमरे का दरवाजा खटखटाकर खोलने को कहा तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इस पर अर्जुन ने दरवाजा को धक्का देकर खोला तो करमसाय का शव फांसी पर लटका मिला।
संदिग्ध अवस्था में मिली शव सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने देखा तो मृतक के दोनों पैर जमीन पर सटे हुए थे। इसके बाद पुलिस ने पंचनामा पश्चात शव को नीचे उतरवाया और पीएम के लिए अस्पताल भेजा। पीएम पश्चात शव उसके परिजन को सौंप दिया गया। पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।