बलरामपुर जिले के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत हर्री निवासी 22 वर्षीय महेश्वर पैकरा पिता स्व. टेरो ने कुछ समय पहले एक युवती से प्रेम विवाह (Love marriage) किया था। वह गांव में ही रह रहा था, जबकि वह पहले अम्बिकापुर काम करने जाया करता था। दोबारा उसकी इच्छा अंबिकापुर जाने की थी।
यह बात शनिवार की रात उसपे अपनी पत्नी, भाई व मां को बताया तो उन्होंने धान की फसल कटाई-मिसाई का सीजन होने की बात कहते हुए मना किया। चूंकि उसके कुछ दोस्त काम करने अंबिकापुर जाने वाले थे, इस कारण वह भी जाने की जिद पर अड़ गया। इस बात को लेकर उसका सभी से विवाद हो गया।
रात में खाना खाकर वह कमरे में सो गया। इसी बीच करीब 11 बजे जब उसकी पत्नी की नींद खुली तो उसने पति को फांसी के फंदे पर लटककर तड़पते देखा। फिर उसने तत्काल टांगी से रस्सी काटकर उसे नीचे उतारा और परिजनों को सूचना दी। घरवाले कुछ कर पाते, इससे पूर्व ही उसकी मौत हो गई।
हॉस्टल से घर पहुंचे बच्चों ने पिता से पूछा- मां कहां है? जवाब मिला- घूमने गई है, जब कुत्ते ने कब्र खोदा तो बेटों के उड़ गए होश
भाई के साथ मिलकर की थी रिश्ते के मामा की हत्यायुवक द्वारा आत्महत्या (Commits suicide) कर लेने की सूचना पर कुसमी थाना प्रभारी सुनील केरकेट्टा दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे व शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। गौरतलब है कि मृतक महेश्वर ने अप्रैल 2019 अपने रिश्ते के मामा व पूर्व सरपंच दरोगा राम से झगड़ा विवाद होने पर मंझले भाई टेढू के साथ मिलकर टांगी से वार कर उसकी हत्या कर दी थी।
घटना के समय उसके नाबालिग होने के कारण उसे बाल सम्प्रेक्षण गृह भेजा गया था। कोरोना संक्रमण काल में उसे छोड़ दिया गया था, जबकि उसका मंझला भाई अभी जेल में ही सजा काट रहा है।