यह घटना दोपहर 1.30 बजे की है जहां कलक्टोरेट में कृषि विभाग से संबंधित बैठक चल रही थी, समाप्ति के बाद तभी अचानक यह घटना घट गई। घटना के बाद कलक्टर सारांश मित्तर ने खुद ही बीमार केराम की जांच की और बताया कि इनका ब्लड प्रेशर बढ़ा है जिससे यह स्थिति निर्मित हो गई। उसके बाद कलक्टर ने अपने वाहन चालक को बुलाकर शासकीय वाहन से बेहतर इलाज के लिए जिला मुख्यालय के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देशित किया कि केराम का बेहतर इलाज हो।
स्वास्थ्य संचय निजी अस्पताल के चिकित्सक प्रदीप जैन ने बताया कृषि अधिकारी की स्थिति सामान्य है। अचानक बीपी बढ़ जाने के कारण ऐसा हुआ है। उन्होंने बताया ज्यादा तनाव में ऐसा होता है। आज उन्होंने ब्लड प्रेसर की दवाई भी नहीं ली थी। फिलहाल और बेहतर उपचार के लिए उसे दुर्ग भेजा गया है।