डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम संबलपुर के पास तैयार किया जा रहा आक्सीवन के देखरेख के लिए केवल एक व्यक्ति को जिम्मेदारी दे दी गई है, जो इतने बड़े एरिया में लगे दुर्लभ पौधों की देखरेख करता है। पर दुख की ये है कि उन्हें पिछले तीन माह से वेतन भी नहीं दिया गया है। इस दौरान उन्हें जंगली सुअर, सांपों व असामाजिक तत्वों से हर पल खतरा रहता है। इसे देखने वाले जिम्मेदार एक दिन झांकने तक नहीं आते। अधिकारियों की लापरवाही व मनमानीपूर्ण कार्यप्रणाली के कारण वहां चौकीदार के पद पर पदस्थ एक मात्र चौकीदार ईश्वरी लाल नेताम के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
स्थिति यह है कि सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए चलाई जा रही यह अतिमहत्वाकांक्षी योजना विभाग व जिम्मेदारों के द्वारा सिर्फ एक चौकीदार के भरोसे छोड़ दिया गया है, उसे नियमित वेतन नहीं मिल पाने से परेशान है। रात में भी अकेले ड्यूटी पर होने के कारण आएदिन जंगली ***** व जहरीले सांपों से भी जूझना पड़ता है। उसकी सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं किया गया है।
मामले में आक्सी वन की सुरक्षा में पिछले एक साल से काम कर रहे ईश्वरी लाल नेताम ने जानकारी दी कि वे दिन में और रात में भी अकेले पूरे आक्सी जोन की देखरेख कर रहे हैं। पौधों से इतना लगाव है कि उनके बिना जीवित नहीं रह सकते। वे आक्सी वन में लगे पौधों को अपने परिवार की तरह देखरेख करते हैं परन्तु उन्हें पिछले 3 माह से वेतन नहीं मिल रहा है जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि अन्य आक्सी वन में दिन व रात में अधिकतम 2-2 चौकीदारों की व्यवस्था होती है परंतु यहां ऐसा नहीं है जिसके चलते कई बार रात में जंगली जीव जंतुओं से जान का खतरा बना रहता है। इसके अलावा आस पास के क्षेत्र में शराब पीकर लोग बोतलें तोडकर चले जाते हैं। उन्होंने नियमित वेतन दिलाने व पौधों की देखरेख के लिए अन्य स्टाफ की नियुक्ति की मांग शासन से की है
पौधों की सुरक्षा कर रहे ईश्वर लाल नेताम ने बताया कि आक्सी वन में पौधों की ऐसी कई अदभुद प्रजातीय मौजूद है जो अन्य कहि दुर्लभ है।यहां, गूगल, गरुड़, धन लक्ष्मी, काजू, बादाम जैसे कई पौधों के अलावा आंवला, बेहरा, हर्रा, खस आदि औषधीय पौधे भी सैकड़ो की संख्या में लगाए गए है जिनकी सुरक्षा का जिम्मा अकेले उन पर है वे दिन रात समर्पित होकर व जान जोखिम में डालकर पौधों की देखरेख करते हैइसके बावजूद उन्हें नियमित वेतन नहीं मिल रहा है।
नेताम ने बताया कि जोन में लगे गरुड़ पौधे की अपनी अलग विशेषता है। इसके लगे होने के कारण उनकी जहरीले सांपों से रक्षा होती है तथा उन्होंने जंगल से कई ऐसी जड़ीबूटियां लाई है जो सांप के काटने को बे असर कर सकती है। इसके अलावा धनलक्ष्मी का पौधा जो भी व्यक्ति अपने घर पर लगाता है वहां लक्ष्मी जी का वास होता है।