करहीभदर में भी कुछ साल पहले हुई थी घटना
इस तरह की घटना कुछ साल पहले करहीभदर में भी सामने आई थी। मोबाइल पर बात करते हुए एक युवक की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी। बारिश के दिनों में बिजली की गरज-चमक मोबाइल को बम के समान विस्फोटक बना सकती है। मोबाइल की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड आकाशीय बिजली को अपनी ओर आकर्षित करती है।
मोबाइल से ज्यादा टॉवर के करीब बात करना घातक
जानकारों के मुताबिक मोबाइल में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगें होती हैं। आप किसी ऐसी जगह मौजूद हों, जहां बिजली चमक रही हो तो मोबाइल का इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड बिजली को अपनी ओर खींच लेगा। ऐसी स्थिति में बिजली की तरंगें मोबाइल में प्रवेश कर जाएंगी और विस्फोट हो जाएगा। मोबाइल का उपयोग तेज बारिश व गरजना के समय ज्यादा घातक हो रहा है।
मोबाइल चलते समय दो भाई पर गिरी बिजली, दोनों की मौत
डौंडीलोहारा के ग्राम संजारी में इसी साल दो माह पहले ही अपने घर के खटाल में मोबाइल चला रहे दो भाइयों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी। लगातार आ रहे इस तरह के मामले के कारण लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। नेशनल हाइवे ने बना दी ऊंची नाली, अधिक बारिश में तालाब बन जाता है बस स्टैंड
इस तरह से बचा जा सकता है अधिक रेडिशन से
जानकारों के मुताबिक मोबाइल टावर के जितने करीब होकर बात करेंगे, उतना घातक रहता है। लोगों को जब तेज बारिश हो तो मोबाइल का उपयोग न के बराबर करना चाहिए। रेडिएशन कम करने अपने फोन के साथ फेराइटबीड लगा सकते हैं। यह तरंगों को रोकने का काम करता है। मोबाइल रेडिएशन फील्ड का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके संबंध में अधिक जानकारी मोबाइल विशेषज्ञ से ले सकते हैं।