जिला महिला बाल विकास विभाग के मुताबिक अब तक 78 जगहों पर आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण के लिए काम शुरू हो चुका है। अभी 12 जगहों पर काम शुरू नहीं हो पाया है। इनमे से कुछ जगहों पर जमीन का मामला है तो कुछ जगहों पर तकनीकी कारण से काम शुरू नहीं हुआ है। विभाग के मुताबिक जल्द बचे आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
CG News: कई आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हो गए थे
CG News: कई गांव ऐसे हैं, जहां की आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हो गए थे। इसके बाद से लगातार नया आंगनबाड़ी केंद्र भवन बनाने की मांग भी चल रही थी।
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति को देख विभाग ने प्रस्ताव बनाकर भेजा था और आखिरकार अब नए आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
एक आंगनबाडी केंद्र के लिए 11 लाख रुपए स्वीकृत
विभाग के मुताबिक 90 जगहों पर बनने वाले नए आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भी राशि तय की गई है। एक
आंगनबाड़ी केंद्र 11 लाख 69 हजार रुपए में बनेगा। इसमें से एक लाख 69 हजार रुपए की राशि खनिज न्यास निधि से स्वीकृत किए गए हैं। 8 लाख रुपए मनरेगा व 2 लाख रुपए महिला बाल विकास विभाग से स्वीकृत होने के बाद तो 78 जगहों पर काम भी शुरू हो गया है।
कई केंद्रों में प्लास्टर गिरने की थीं शिकायतें
बारिश की सीजन की बात करें तो जिले के कुछ ऐसे
आंगनबाड़ी केंद्र भी हैं, जहां टाइल्स व छत से प्लास्टर गिरने की भी शिकायत मिल रही थी। लगातार शिकायत के बाद आखिरकार नए भवन को स्वीकृति मिली है।
जिले में 1525 आंगनबाड़ी केंद्र, 1314 के पास ही खुद का भवन
जिले में कुल 1525 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिसमें से 1314 केंद्र स्वयं के भवन में लग रहे हैं। बाकी सरकारी भवन, सामुदायिक भवन, कला मंच एवं कई केंद्र किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं। जो आंगनबाड़ी केंद्र बन रहे हैं, वे भी जर्जर भवन या कलामंच, किराये के मकान में संचालित हो रहे हैं। अब यहां आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण किया जा रहा है।
बरसात के दिनों में होती है सबसे ज्यादा परेशानी
इन जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों में सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में होती है। बरसात के समय में तेज हवा के साथ बारिश का पानी केंद्र के अंदर घुस जाता है। वहीं छत से भी पानी टपकने लगता है। जिले में 90 जगहों पर नए आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जाएंगे। इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। 78 जगहों पर काम भी शुरू हो गया है। हमारी कोशिश है कि जल्द भवन निर्माण पूरा करने की है।
विपिन जैन, जिला महिला बाल विकास अधिकारी बालोद
108 केंद्र किराए के भवन में संचालित – जिला
महिला बाल विकास विभाग के मुताबिक जिले के लगभग 108 ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिसके पास स्वयं का भवन नहीं है। ऐसे में ये आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं तो कुछ सामुदायिक भवनों में।