पुलिस के मुताबिक मुखबिर ने एएसपी डीआर पोर्ते को सूचना दी थी कि रेस्ट हाउस में कोई व्यक्ति एक लड़की के साथ रुका है। इसके बाद एसडीओपी पीसी श्रीवास्तव, तहसीलदार रश्मि वर्मा व कोतवाली थाना प्रभारी जीआर ठाकुर की टीम रेस्ट हाउस पहंची। रात 10 बजे की गई कार्रवाई में जब अधिकारियों ने रेस्ट हाउस के बंद दरवाजा खटखटाया तो किसी ने उसे नहीं खोला।
पुलिस आधे घंटे तक वहीं इंतजार करती रही। फिर रेस्ट हाउस के एक कर्मचारी को बुलाकर दूसरे दरवाजे के ताले को खोलने कहा गया। इसके बाद दूसरे कमरे के दरवाजे से तांदुला कक्ष पहुंचे। वहां भी अंदर से दरवाजा बंद था। वहां भी दरवाजा नहीं खोला गया तो धक्का दिया गया। जिससे दरवाजा खुल गया। जब कमरे की बिजली जलाई तो देखा कमरे के अंदर एक लड़की सोई हुई थी और एक व्यक्ति बाथरूम में था। दोनों को पकड़ कर पुलिस थाने ले गई, जहां पूछताछ की गई।
पकड़े गए आरोपी भुनेश ने पुलिस को बताया कि लड़की धमतरी की ही रहने वाली है और भिलाई में भी रहती है। वह भानुप्रतापपुर में अपने रिश्तेदार के घर गई थी, उसे फोन करके बालोद बुलाया, फिर रेस्ट हाउस लाया। लड़की उनके रिश्तेदारी व करीबी है। जिला मुख्यालय का यह रेस्ट हाउस भगवान भरोसे है। यहां कोई भी अपने आप को किसी अधिकारी व किसी नेता विधायक का करीबी बता दे तो जिम्मेदार अधिकारी बिना जांच पड़ताल के ही रेस्ट हाउस का कमरा दे देते हैं।
पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा का नाम मामले में आने पर सोमवार को वे एसपी कार्यालय पहुंचे। एसपी को पूरी जानकारी बताई और कहा कि भुनेश सिन्हा नाम का व्यक्ति उनके नाम से उनके बिना जानकारी के ही रेस्ट हाउस को बुक किया। भुनेश सिन्हा नाम का व्यक्ति कौन है, वे भी नहीं जानते हैं। न ही वह मेरा छोटा भाई है। मेरी छवि धूमिल करने के लिए ही ऐसा किया। उक्त व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मामले में जब रेस्ट हाउस की देखरेख करने वाले गौतम सिन्हा से जानकरी ली तो उन्होंने बताया कि कार से वह रविवार शाम 6 बजे रेस्ट हाउस आया। फिर रेस्ट हाउस का कमरा बुक करने की बात कही। जब मना किया तो जिद करने लगा और अपने आप को पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा का भाई बताने लगा। इसकी जानकारी एसडीएम को फोन पर दी। इसके बाद ही उसे रेस्ट हाउस का कमरा दिया गया। उसके साथ कोई लड़की नहीं थी। लड़की कब और कहां से आई उसे जानकारी नहीं है।
एसडीएम सिल्ली थॉमस ने बताया कि रेस्ट हाउस के कर्मचारी ने फोन से सूचना दी थी, जो व्यक्ति आया है, वह खुद को पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा का भाई बता रहा है। इसके बाद ही रूम अलॉट किया गया। आज अवकाश में हूं, आगे की जानकारी नहीं है। थाना प्रभारी जीआर ठाकुर ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर हमने तहसीलदार, एसडीओपी व पुलिस की टीम ने रेस्ट हाउस में कार्रवाई की। अंदर से आरोपी और लड़की को पकड़ा। दोनों से पूछताछ कर आरोपी के खिलाफ धारा 151, 107, 16 के तहत कार्रवाई की है। आरोपी को जेल भेज दिया है। मामले की जांच जारी है।