कपिलेश्वर मंदिर समूह में दो प्राचीन प्रतिमा
नयापारा में स्थित प्राचीन व ऐतिहासिक कपिलेश्वर मंदिर समूह में दो प्राचीन भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित है। मंदिर समूह की बात करें तो 7 प्राचीन मंदिर के सामने स्थित भगवान गणेश की प्रतिमा पत्थर की खुदाई कर बनाई गई है। मंदिर पुरातत्व व संस्कृति विभाग के संरक्षण में है।
स्वयंभू गणेश मंदिर मरारपारा
नगर के मरारपारा में स्थित स्वयंभू गणेश मंदिर भी प्राचीन गणेश प्रतिमा है। बताया जाता है कि यहां भगवान गणेश जमीन से प्रकट हुए हैं, इसलिए इसे स्वयंभू गणेश मंदिर कहते हैं। वर्तमान में मोरिया मंडल मंदिर की देखरेख व पूजा आरती करता है। गणेश चतुर्थी पर मंदिर में 11 दिनों तक भगवान गणेश की विशेष पूजा होती है। एक शिक्षक ने आजादी में सहभागिता दी, दूसरे नेत्रहीन होकर विद्यार्थियों के जीवन को कर रहे रोशन
सिद्धि विनायक मंदिर पाररास
शहर के पाररास में भी प्राचीन गणेश मंदिर है। मुख्य मार्ग से लगे भगवान गणेश मंदिर को सिद्धिविनायक गणेश मंदिर कहते है। वार्डवासी मंदिर में विशेष पूजा करते हैं।
ठाड़ महामाया मंदिर में प्राचीन गणेश प्रतिमा
ठाड़ महामाया मंदिर के सामने भगवान गणेश की प्राचीन प्रतिमा है। यहां भी सबसे पहले भक्तों को भगवान गणेश दर्शन देते हैं। भगवान गणेश की पूजा व दर्शन के बाद ही भक्त मां महामाया के दर्शन व पूजा करते है। बुढ़ापारा में बनाए गए खुला संग्राहालय में भी बारसुर पत्थर से बनी प्राचीन गणेश की प्रतिमा है।