जानकारी के अनुसार दक्षिण सामान्य वन मंडल बालाघाट के वन्यप्राणी अनुभव क्षेत्र सोनेवानी के जंगल में टेकाड़ी पंचायत अंतर्गत वनग्राम सोनावानी, चिखलाबड्डी व नवेगांव बसे हंै। इन गांवों में बिजली मुहैया तो कराई गई है, लेकिन हमेशा लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। ग्रामीणों को बिजली रहते हुए भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं जगल में जगह-जगह विद्युत पोल टूटकर जमीन पर गिरे हैं और केबल वायर में कट लगे हैं। जिन्हें सुधारने की सुध कोई नहीं ले रहा है7
वन विभाग के अनुसार इस जंगल में बाघ, तेंदुए, बायसन, भालू, नीलगाय, सांभर, चीतल सहित अन्य वन्यप्राणी बहुतायत में है। ऐसे में वन्य प्राणियों के लिए विचरण के दौरान यह सब हादसे का कारण बन सकता है। बावजूद इसके जिम्मेदार उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों में वरिष्ठ अधिकारी नहीं पहुंचते हैं। इसका पूरा फायदा जमींनी स्तर के कर्मचारी उठाते हैं। करंट से यदि कोई वन्य जीव मर भी जाता है तो कौन देखने वाला है। कारण यहीं है कि इतने गंभीर मामले में भी सभी लापरवाही बने हुए हैं, जो की इसी तरह के हादसों की राहत ताक रहे हैं।
चिखलाबड्डी के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में विद्युत विभाग ने लाइन तो पहुंचा दी है, लेकिन माह में कई बार बिजली गुल रहती है। उन्हें सही तरह से बिजली व्यवस्था का लाभ नहीं मिल रहा है। लो वोल्टेज की समस्या हमेशा बनी रहती है। टीवी, पंखे यहां तक की बल्ब भी सही से नहीं जलता है ऐसे में बिजली पहुंचाने के प्रयास यहां बेइमानी प्रतीत होते हैं।
इनका कहना है।
हर्षित सक्सेना, रेंजर दक्षिण सामान्य लालबर्रा
सरफराज कुरैशी, जेई लालबर्रा