दरअसल वारासिवनी के हिमालय नगर रामपायली रोड पर एक शख्स नें रोड पर लगभग 8फीट लंबे कोबरा सांप को घूमते हुए देखा.शख्स ने कोबरे का पीछा कर उसकी लोकेशन देखी और तुरंत वन विभाग को इसकी जानकारी दी.सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और काफी देर की मशक्कत करने के बाद आखिरकार कोबरा सांप को डिब्बे में बंद किया.
सांप को पकड़न के बाद वन विभाग की टीम ने उसे जंगल में छोड़ने का निर्णय किया.जंगल में पहुचने के बाद काफी देर तक कोबरा डिब्बे से नहीं निकल रहा था.जैसे तैसे करके कोबरा डिब्बे से बहार निकला तो सीधे जाकर एक पेड़ पर चढ़ गया और जोर जोर से फुंफ्कारने लगा.विभाग के कर्मचारियों ने बताया की पेड़ रोड़ से काफी नजदीक था जिसकी वजह से रोड पर आऩे जाने वाले लोगों को कोबरा परेशान कर सकता है.जिसकी वजह से सांप को पेड़ से नीचे उतारकर जंगल में छोड़ने तक दो घंटे का समय निकल गाया.
कितना खतरनाक होता है कोबरा
.भारत में सांप की 276 प्रजाति पाई जाती है जिसमें से 36 प्रजाति मध्यप्रदेश में है.
.इंडियन कोबरा सभी सापों में सबसे जहरीला सांप माना जाता है.
.इस सांप की मिनिमम लंबाई तीन से चार फीट की होती है.
.इस सांप के अगले छोटे दांत जहर उगलते हैं.
.कोबरा के काटने से इंसान का बचना बहुत मुश्किल होता है.
.बहुत से लोग कोबरा और किंग कोबरा को एक ही सांप समझते हैं.
.किंग कोबरा भारतीय उपमहाद्वीप में पाये जाने वाला एक सबसे लंबा ज़हरीला सांप है.