जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत आलेझरी व रजेगांव में पिछले 3 वर्षों से जल जीवन मिशन के पानी टंकी व पाइप लाइन विस्तार का कार्य चल रहा है। लेकिन यह कार्य आज तक पूरा नहीं हुआ है। इस मामले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने विधानसभा में भी झूठी जानकारी देकर सदन को गुमराह करने का काम किया है। विधानसभा में झूठी जानकारी देने के बाद जनपद पंचायत सदस्य जितेन्द्र सिंह राजपूत ने 6 अगस्त को जनसुनवाई में कलेक्टर बालाघाट डॉ. गिरीश मिश्रा से मुलाकात की। उन्हें शिकायत देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत आलेझरी व रजेगांव में 3 वर्षों से नल-जल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। ठेकेदार अधूरा काम करके चला गया है। उन्होंने मामले की जांच करवा कर ग्रामीणों को तत्काल पेयजल उपलब्ध करवाने और संबंधित ठेकेदार पर कार्यवाही की मांग भी की थी।
पीएचई के सहायक यंत्री ने पाया जल प्रदाय बंद
इस मामले में कलेक्टर बालाघाट ने एसडीएम वारासिवनी को एक टीम बनाकर शिकायत की जांच कर समय सीमा में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। इस शिकायत के बाद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग वारासिवनी के सहायक यंत्री विजय कुमार तिवारी, उपयंत्री शिवानी श्रीवास्त्री ग्राम आलेझरी पहुंचे। जहां पर उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर पेयजल योजना की वास्तविकता का पता लगाया। जिसमें उन्हें ग्राम आलेझरी व रजेगांव में पेयजल प्रदान होना बंद मिला। सहायक यंत्री ने मौके पर एक पंचनामा बनाया। जिसमें उन्होंने ठेकेदार के प्रतिनिधि यशवंत पारधी को निर्देशित किया कि जिन स्थानों पर पाइप लाइन का विस्तार नहीं हुआ है, उन स्थानों पर तत्काल पाइप लाइन बिछाए। पानी की आपूर्ति शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए।
केवल टेस्टिंग में ही कुछ घरों में पहुंचा था पानी
ग्रामीणों ने बताया कि एक बार सिर्फ टेस्टिंग के लिए पानी सप्लाई प्रारंभ किया गया था, लेकिन वह पानी भी सिर्फ ग्राम के वार्ड नं. 13 के कुछ घरों तक ही पहुंचा था। शेष ग्राम में पानी की सप्लाई नहीं हुई थी। उसके बाद से ग्राम में पेयजल की सप्लाई बंद पड़ी हुई है। वहीं अनेक स्थानों पर पाइप लाइन का विस्तार ही नहीं हो पाया है। इस निरीक्षण के दौरान जनपद सदस्य जितेन्द्र सिंह राजपूत, ठेकेदार प्रतिनिधि यशवंत पारधी, ग्रामीण वीनेन्द्र हिरकने, उपयंत्री शिवानी श्रीवास्त्री सहित अन्य मौजूद रहे।