पहले मनाया जश्न, फिर लिया प्रमाण पत्र
भारती पारधी, संगठन पदाधिकारियों और उनके समर्थकों ने पहले जश्न मनाया। इसके बाद नवनिर्वाचित सांसद ने प्रमाण पत्र लिया। भाजपा कार्यालय से विजय जुलूस निकाला गया। जो बैंड बाजों की धुन के साथ नगर भ्रमण किया। इस दौरान नवनिर्वाचित सांसद का जगह-जगह स्वागत किया गया। इधर, मंगलवार को जैसे ही मतगणना का कार्य प्रारंभ हुआ, वैसे ही सभी भाजपा नेता पार्टी कार्यालय पहुंच गए थे। इस दौरान सभी नेता जीत को लेकर सुनिश्चित दिखाई दिए। बालाघाट-सिवनी संसदीय सीट में बढ़त मिलने के साथ ही बधाई का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया। जो देर रात्रि तक जारी रहा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1998 में बालाघाट-सिवनी सीट पर पहली बार भाजपा का खाता खुला था। इस चुनाव में बालाघाट सीट से गौरीशंकर बिसेन सांसद निर्वाचित हुए। इसके बाद वर्ष 1999 में हुए चुनाव में भाजपा से प्रहलाद सिंह पटेल, वर्ष 2004 में भाजपा से पुन: गौरीशंकर बिसेन, वर्ष 2009 में भाजपा से केडी देशमुख, वर्ष 2014 में भाजपा से बोधसिंह भगत और वर्ष 2019 में भाजपा से डॉ. ढाल सिंह बिसेन सांसद निर्वाचित हुए। वर्ष 2024 में भारती पारधी सांसद निर्वाचित हुई।
शांतिपूर्वक हुई मतगणना
शांतिपूर्वक हुई मतगणनानिर्वाचन आयोग से 18वीं लोकसभा गठन के लिए आयोजित निर्वाचन की मतगणना शांतिपूर्ण रुप से स्थानीय पालिटेक्निक महाविद्यालय में बनाए गए मतगणना स्थल पर संपन्न हुई। मतगणना प्रक्रिया की शुरुआत मंगलवार सुबह 5 बजे जिला निर्वाचन व रिटर्निंग अधिकारी डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और निर्वाचन आयोग से नियुक्त प्रेक्षक शुभकरण सिंह और बसीर अहमद खान के निर्देशन में की गई। रेंडमाइजेशन के बाद आयोग के निर्देशानुसार डाक मतपत्र के स्ट्रांग रुम राजनीतिक दलों की मौजूदगी में खोले गए। इसके पश्चात डाक मतपत्रों की शार्टिंग की गई। वहीं आयोग से तय समय के अनुसार 8 बजे डाक मतपत्रों की गणना प्रारंभ हुई। साथ ही ईवीएम मशीन के 6 विधानसभाओं के स्ट्रांग रुम राजनीतिक दलों और निर्वाचन प्रेक्षकों की निगरानी में खोले गए। ईवीएम को गणना कक्ष में लाकर सुबह 8.30 बजे से मतगणना प्रारंभ की गई। मंगलवार की शाम करीब 6.30 बजे संसदीय क्षेत्र बालाघाट-सिवनी की मतगणना पूरी हुई।